73 साल पहले दुनिया के पहले जेट विमान ने पहली बार उड़ान भरी,
27 जुलाई 1949 को ब्रिटेन के ‘डी हैविलैंड कोमेट’ ने अपनी पहली उड़ान भरी थी। ये दुनिया का पहला जेट विमान था। इससे पहले के सभी विमानों में पिस्टन इंजन लगा होता था। उनकी स्पीड तो कम थी ही साथ ही वे आवाज भी बहुत ज्यादा करते थे। इस वजह से यात्रियों के लिए कम्फर्टेबल भी कम थे।
‘डी हैविलैंड कोमेट’ को जेफ्री डी हैविलैंड ने डिजाइन किया था। विश्वयुद्ध से पहले ही जेफ्री यात्रियों के लिए जेट विमान बनाने के आइडिया पर काम कर रहे थे, लेकिन विश्वयुद्ध की वजह से ये संभव नहीं हो सका। विश्वयुद्ध खत्म होने के बाद युद्धक विमानों की इतनी डिमांड नहीं रही इसलिए जेफ्री को अपने आइडिया पर काम करने का मौका मिल गया।
उन्होंने घोस्ट 50 Mk1 इंजन को इस विमान में लगाया और ज्यादा ऊंचाई पर पैसेंजर के कम्फर्ट के लिए केबिन में ऑक्सीजन प्रेशर मेंटेन करने की सुविधा भी दी। इसके एक साल बाद एक और प्रोटोटाइप की टेस्टिंग की गई। इस टेस्टिंग में फ्लाइट की कॉकपिट में प्रतिष्ठित एयरलाइंस के इंजीनियर्स को बैठाकर कई घंटों तक लगातार उड़ान भरी गई।
दोनों टेस्ट फ्लाइट सफल होने के बाद अब बारी विमान को मार्केट में उतारने की थी। कंपनी ने BOAC (ब्रिटिश ओवरसीज एयरवेज कॉर्पोरेशन) के लिए अपना पहला विमान बनाया। 9 जनवरी 1951 को इस विमान ने 44 यात्रियों के साथ लंदन से जोहान्सबर्ग तक अपनी पहली उड़ान भरी।
जून 1951 में इस विमान में ब्रिटेन के शाही परिवार के सदस्यों ने भी उड़ान भरी थी।
अब तक ये विमान काफी फेमस हो चुका था, लेकिन अगले कुछ सालों में ही इस विमान के साथ कई दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें कई लोगों की मौतें हुई। 1954 में इस तरह के सभी विमानों के उड़ने पर रोक लगा दी गई। जेफ्री ने विमान की कई तकनीकी खराबियों को सुधारने पर काम किया, लेकिन 1957 में बोइंग की मार्केट में एंट्री के बाद हैविलैंड पूरी तरह बंद हो गई।