उत्तराखंड में डेल्टा वंश के AY.12 वैरिएंट का पहला केस, ट्रैस किए जा रहे मरीज
देहरादून. पौड़ी गढ़वाल ज़िले के कोटद्वार में कोविड 19 संक्रमित एक मरीज़ मिला, जो उत्तराखंड में डेल्टा वैरिएंट के सब लीनियेज AY.12 से पीड़ित पहला मरीज़ है. उत्तराखंड में तीसरी लहर को लेकर अंदेशे जताए जा रहे हैं कि एक महीने बाद राज्य में तीसरी लहर का प्रकोप देखा जा सकता है. ऐसे में, इस तरह का पहला केस मिलने से चिंता का माहौल बन रहा है. AY.12 के इस मामले में राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने ज़रूरी गाइडलाइन्स देकर मरीज़ को होम क्वारंटाइन कर दिया है. मरीज़ पर नियमित रूप से स्वास्थ्य विभाग की टीम निगरानी कर रही है.
डेल्टा वैरिएंट के AY.12 से पीड़ित पहले केस के मामले में पीड़ित के रिश्तेदारों और उसके संपर्क में अन्य लेागों को ट्रैस किया जा रहा है. पौड़ी गढ़वाल ज़िले में पिछले 24 घंटों में चूंकि 15 नए संक्रमित पाए गए हैं इसलिए ज़िले के सभी एंट्री पॉइंटों पर कोविड 19 टेस्ट करवाए जाने की खबरें भी हैं. समाचार एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक पौड़ी गढ़वाल के सीएमओ मनोज शर्मा ने कहा कि मरीज़ की ट्रैवल हिस्ट्री चेक की जा रही है.
दूसरी तरफ, रुद्रप्रयाग ज़िले में डेल्टा प्लस वैरिएंट का एक और केस मिलने के बाद ज़िले में इस वैरिएंट के कुल मामले 15 हो गए. वहीं ऊधमसिंह नगर में भी 3 और केस मिलने के बाद इस वैरिएंट के कुल मरीज़ 5 हो गए हैं. जबकि यहां एक संक्रमित मरीज़ लापता बताया जा रहा है. इस ज़िले के बॉर्डरों पर उत्तराखंड प्रशासन ने चेकिंग बढ़ाने का दावा किया है.
क्या है AY.12 वैरिएंट?
भारत में कोविड के जीनोमिक्स संस्थान Insacog ने AY.12 को डेल्टा वैरिएंट की सब लीनियेज बताया है. इस वैरिएंट के कई केस देश भर में सामने आ चुके हैं. इज़राइल में कोरोना के मामलों में हाल में जो उछाल आया, इस सब लीनियेज का ताल्लुक उससे बताया जाता है. Insacog के मुताबिक डेल्टा और AY.12 वैरिएंट अणु स्तर की संरचना में काफी हद तक समान नज़र आते हैं और इनके बीच के अंतर के बारे में अभी ज़्यादा जानकारी नहीं है.