पुलवामा में हुए आतंकी हमले के 1 साल बाद हुई पहली गिरफ्तारी, NIA को मिली बड़ी सफलता
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले को 1 साल से ज्यादा हो चुका है। वहीं अब आतंकी हमले के इस मामले में एनआईए को बड़ी सफलता मिली है। एनआईए ने शुक्रवार को इस मामले में पहली गिरफ्तारी अब कर ली है। एनआईए ने आतंकी और जैश-ए-मोहम्मद के ओवरग्राउंड वर्कर शाकिर बशीर मागरे को कश्मीर से गिरफ्तार किया है। शाकिर ने आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार को शरण और अन्य सहायता प्रदान की थी। साकेत पुलवामा का ही रहने वाला है और उसकी फर्नीचर की एक दुकान है। आदिल अहमद डार ही वो आतंकी था जो कार में सवार होकर सुरक्षा बल के काफिले में जा घुसा था। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे और शाकिर ने अब खुलासा किया कि उसने आदिल अहमद डार और एक अन्य आतंकवादी मोहम्मद उमर फारूक को साल 2018 के आखिरी से फरवरी में किए हमले तक अपने घर में शरण दे रखी थी।
बता दें कि एनआईए को इससे एक बड़ी सफलता मिली है। 14 फरवरी 2019 का वह दिन जब भारत के 40 जवान शहीद हो गए थे। पूरा देश इस हमले पर न्याय मांग रहा था और आज पुलवामा हमले के 1 साल बाद पहली गिरफ्तारी की जा चुकी है। बता दें कि 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में श्रीनगर जम्मू राजमार्ग पर सीआरपीएफ की बस पर हमला हुआ था। दोपहर करीब 3:30 बजे आदिल अहमद डार एक कार में आया और उसने सीआरपीएफ के काफिले मैं उस कार को घुसा दिया था इस कार में विस्फोटक थे। जिसके बाद बस से टकराकर एक बड़ा धमाका हुआ और सीआरपीएफ के जवानों से भरी बस जलकर राख हो गई। बस के आसपास जो अन्य वाहन थे वह भी जल गए थे और इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे।
बता दें कि हमले के मास्टरमाइंड कामरान उर्फ गाजी राशिद के मोबाइल से एनआईए ने शुक्रवार को कुछ जानकारी हासिल की। कामरान को हमले के 4 दिन बाद 18 फरवरी को मार गिराया था। कामरान के मोबाइल में कुछ वीडियो मिले हैं जिसमें आरडीएक्स का इस्तेमाल करके बम बनाने का तरीका बताया गया है। बता दी की एनआईए को यह एक बड़ी सफलता मिली है लेकिन आप भी इस मामले पर तहकीकात जारी है।