महाराष्ट्र के अस्पताल में अग्निकांड ,15 कोरोना मरीजों की मौत
पालघर महाराष्ट्र के विरार शहर में स्थित कोरोना देखभाल केंद्र विजय वल्लभ अस्पताल के आईसीयू वार्ड में शुक्रवार को तड़के आग लगने से कम से कम 15 मरीजों की झुलसकर मौत हो गयी।
पुलिस उपायुक्त संजय पाटिल ने कहा कि अर्नला पुलिस स्टेशन के कर्मचारियों, प्रबंधन और एक डॉक्टर के खिलाफ भारतीय दंड संहित की धारा 304, 337 और 338 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
अनुमंडलाधिकारी वसाई स्वप्निल तांगडे ने बताया कि आईसीयू में भर्ती 17 में से 13 कोरोना मरीजों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी।आग लगने के कारण दूसरे अस्पताल में ले लाये जा रहे मरीजों में से एक की रास्ते में ही मौत हो गयी।
उन्होंने बताया कि मृतक की पहचान शिवाजी विल्कर (56) के रूप में हुई है। उन्होंने कहा कि बाकी बचे तीन अन्य मरीजों का दूसरे अस्पताल में इलाज किया जा रहा था जहां देर रात एक और मरीज ने दम तोड़ दिया।
आग लगने के दौरान अस्पताल में कुल 83 मरीज भर्ती थे। दूसरी मंजिल पर स्थित केंद्रीय एसी यूनिट में विस्फोट के बाद आग लगी जिसने आईसीयू वॉर्ड को भी चपेट में ले लिया। घटना के तुरंत बाद ठाणे और परलघर के अभिभावक मंत्री क्रमश: एकनाथ शिंदे तथा दादा भुसे मौके पर पहुंचे।
शहरी विकास मंत्री शिंदे ने अधिकारियों के साथ आपात बैठक के बाद घोषणा की कि वसई विरार नगर निगम की ओर से मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये दिये जायेंगे।
राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार ने भी मृतकों के परिजनों के लिए सहायता राशि देने की घोषणा की है।
इस बीच राज्य सरकार ने नगर निगम इलाकों में स्थित सभी अस्पतालों में अग्नि और इलेक्ट्रिक ऑडिट कराने का आदेश दिया है। विशेषज्ञों से राय लेने के अलावा ऑडिट के लिए निगरानी दस्ते का भी गठन किया गया है।
राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट ने कहा है कि जांच समिति की सिफारिशों को तत्काल लागू किया जाएगा।