इन 50 सेलिब्रिटी के खिलाफ हो गयी देशद्रोह की एफआईआर
बॉलीवुड और अन्य इंडस्ट्री के स्टार्स के लगभग 50 सेलिब्रिटीज के खिलाफ FIR दर्ज करवाई गई है। ये FIR मॉब लिंचिंग के खिलाफ प्रधानमंत्री मोदी को खत लिखने को लेकर दर्ज हुई है। इसमें रामचंद्र गुहा, मणि रत्नम, अनुराग कश्यप और अपर्णा सेन जैसे सेलेब्स मौजूद हैं, जिन्होंने मोदी को मॉब लिंचिंग पर चिंता जताते हुए ओपन लेटर लिखा था।
लोकल अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा द्वारा दर्ज कराए गए इस केस पर सुनवाई करते हुए चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट सूर्य कान्त तिवारी ने ये फैसला सुनाया था, जिसके बाद ये FIR फाइल की गई है। सुधीर कुमार ओझा ने बताया, ‘चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट ने 20 अगस्त को ये आर्डर पास किया था। मेरी पेटिशन को स्वीकार किया गया था, जिसकी रसीद देकर आज सदर पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई है।’ उन्होंने बताया लगभग 50 दस्तखत करने वाले लोगों के नाम पर उन्होंने पेटिशन डाली थी। जानकारी के अनुसार इस पेटिशन में उन्होंने देश की इमेज को खराब करने और प्रधानमंत्री के बढ़िया काम को कम आंकने का इल्जाम लगाया था।
ओपन लेटर में लिखी थी ये बातें
पुलिस के मुताबिक, ये FIR भारतीय पीनल कोड के देशद्रोह, सार्वजनिक उपद्रव, धार्मिक भावनाओं को आहत करना और शांति भंग करने के इरादे से अपमान करने के सेक्शंस के तहत दर्ज की गई है। गौरतलब है कि बॉलीवुड सहित अन्य इंडस्ट्री की हस्तियों ने पीएम मोदी को इस साल जुलाई में ओपन लेटर लिखा था। ओपन लेटर में हस्तियों ने लिखा था कि ‘हमारा संविधान भारत को एक धर्मनिरपेक्ष गणतंत्र बताता है, जहां हर धर्म, समूह, लिंग, जाति के लोगों के बराबर अधिकार हैं।’ इस पत्र में मांग की गई है कि दलितों, मुस्लिमों और दूसरे अल्पसंख्यकों की लिंचिंग की रोकथाम हो। पत्र में प्रधानमंत्री मोदी के लिए लिखा है कि ऐसी घटनाओं की मात्र आलोचना कर देने भर से काम नहीं चलेगा। इसमें सभी साक्षात्कार करने वाली हस्तियों ने मांग की थी कि सरकार मॉब लिंचिंग की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानून बनाए ताकि आरोपियों को कड़ी सजा दी जा सके।