बांद्रा में इकट्ठे हुए 800 से 1000 अज्ञात लोगों के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज हुआ
भारत में कोरोनावायरस मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना वायरस संक्रमित लोगों का आंकड़ा 10000 के पार हो चुका है। ऐसे में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिनों का लॉक डाउन किया हुआ था। यह लॉक डाउन 15 अप्रैल को खत्म होना था। वहीं से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह लॉक डाउन 3 मई तक बढ़ाना जरूरी हो गया है। लेकिन इसके बाद महाराष्ट्र जहां कोरोनावायरस के सबसे ज्यादा मामले मौजूद हैं। वहां पर प्रवासी मजदूरों की भीड़ इकट्ठा हो गई। महाराष्ट्र के मुंबई में सबसे ज्यादा कोरोनावायरस मामले हैं वही के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर जा पहुंचे थे।
महाराष्ट्र पुलिस ने काफी मशक्कत करने के बाद और लाठीचार्ज करने के बाद मजदूरों को वहां से हटाया। वहीं खबर है कि बांद्रा में इकट्ठा होने की घटना के संबंध में 800-1000 अज्ञात लोगों के खिलाफ महामारी अधिनियम धारा 3 के साथ बांद्रा पुलिस स्टेशन में धारा 143, 147, 149, 186, 188 के तहत मामला दर्ज़ किया गया है।
महाराष्ट्र सरकार ने लोगों से अपील की है कि अपने अपने घरों में ही रहे बाहर ना निकले। बावजूद इसके मजदूर प्रवासी बाहर निकले। यह सभी लोग अपने-अपने राज्य जाने की मांग कर रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि उन्हें खाना भी नसीब नहीं हो पा रहा है। 2 से 3 दिनों तक वह लोग बिना खाना खाए जी रहे हैं। लोगों का कहना है कि वह सिर्फ पानी पी कर काम चला रहे हैं। ऐसे में वह अपने-अपने राज्य जाना चाहते हैं।
वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि लोगों को लगा कि लॉक डाउन खत्म हो जाएगा और 14 तारीख से ट्रेन चलने लग जाएंगी शायद इसलिए वहां भीड़ जमा हो गई थी। वह इस मौके पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि किसी को भी दूसरे राज्य जाने की आवश्यकता नहीं है। लोगों को हमारे राज्य में सुरक्षित रखा जाएगा।