केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों के खिलाफ FIR
लखीमपुर खीरी. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) जिले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र (Ajay Mishra) के काफिले की कथित गाड़ी से हुए हादसे पर बवाल हो गया है. हिंसक झड़प के बाद केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है. जानकारी के अनुसार, इस मामले में अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों के खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश और बलवा सहित कई धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. लखीमपुर के तिकुनिया थाने में उनके खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश, दुर्घटना और बलवा की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है. यह एफआईआर बहराइच नानपारा के जगजीत सिंह की तहरीर पर दर्ज की गई है.
इस बीच केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा ने सफाई दी है कि किसानों के बीच छुपे हुए कुछ उपद्रवी तत्वों ने उनकी (भाजपा कार्यकर्ताओं) गाड़ियों पर पथराव किया, लाठी-डंडे से वार करने शुरू किए. फिर उन्हें खींचकर लाठी-डंडों और तलवारों से मारापीटा, इसके वीडियो भी हमारे पास हैं. उन्होंने गाड़ियों को सड़क से नीचे खाई में धक्का दिया. उन्होंने गाड़ियों में आग लगाई, तोड़फोड़ की.
दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा- CM योगी आदित्यनाथ
घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भरोसा दिलाया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. सीएम योगी ने ट्विटर पर लिखा, ”घटना दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है, हम तह तक जाएंगे और हिंसा में शामिल सभी को बेनकाब करेंगे, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.” लखीमपुर हिंसा पर योगी सरकार ने बड़ी बैठक भी की. ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बैठक में घटना की पूरी जानकारी दी.
अखिलेश और सतीश चंद्र मिश्रा घर में नजरबंद
सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निजी आवास के बाहर भारी संख्या में पुलिस और PAC तैनात है. आज अखिलेश का लखीमपुर खीरी जाने का कार्यक्रम है लेकिन प्रशासन ने अखिलेश यादव के निजी आवास के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई. वहीं बीएसपी महासचिव सतीश मिश्रा ने भी आधी रात के करीब घर से निकलने की कोशिश की, लेकिन उन्हें घर से ही नहीं निकलने दिया गया. उनके घर के बाहर पुलिस का पहरा लगाकर उन्हें घर में ही नजरबंद कर दिया गया. आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को भी लखीमपुर जाने से रोका गया. संजय सिंह को लखीमपुर जाते समय सीतापुर में रास्ते मे रोका गया. चंद्रशेखर आजाद ‘रावण’ को सीतापुर में अरेस्ट कर वापस लखनऊ भेजा गया.