भारत में अंतिम दौर में कोरोना वैक्सीन Sputnik V का ट्रायल, जल्द होगा वितरण
नई दिल्ली : दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर के बीच ब्रिटेन प्रशासन ने Pfizer-BioNTech नाम की कोविड-19 की वैक्सीन (Vaccine) के लिए अगले हफ्ते से टीकाकरण की इजाजत दे दी है। सरकार ने जानकारी दी है कि यह वैक्सीन अगले हफ्ते से पूरे देश में उपलब्ध होगी। यानी अब दुनिया को कोरोना वैक्सीन मिल गई है।
इसी कड़ी में आगे अब कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी का भी नाम है, जिसके तीसरे चरण का ट्रायल शुरू हो गया है। इस बारे में हैदराबाद की कंपनी डॉ रेड्डी लैबोरेटरीज और रूसी डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) ने घोषणा कर दी कि उन्होंने भारत की केंद्रीय ड्रग प्रयोगशाला (कसौली) से आवश्यक मंजूरी मिलने के बाद स्पुतनिक वी वैक्सीन के लिए चरण 2/3 का परीक्षण शुरू कर दिया है।
पिछले दिनों आरडीआईएफ ने क्लीनिकल ट्रायल डेटा के दूसरे अंतरिम विश्लेषण की घोषणा करते हुए पहली खुराक के बाद 28 वें दिन वैक्सीन के 91.4 फीसदी तक सफल होने का दावा किया था। बताया जा रहा है कि इस वैक्सीन की पहली खुराक के बाद 42 दिनों में वैक्सीन की प्रभावी क्षमता 95 फीसदी तक रही।
इससे पहले हुए तीसरे चरण के लिए रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष के सीईओ किरिल दिमित्रीएव ने जानकारी दी थी कि अमेरिका में इस वैक्सीन का तीसरा चरण 30 हजार लोगों पर टेस्ट किया गया था। रूस में 26 अगस्त से पंजीकरण के बाद 40 हजार लोगों पर अध्ययन शुरू किया गया।
वहीं, इस वैक्सीन के लिए फंड देने वाली एजेंसी रशियन डॉयरेक्ट इनवेस्ट फंड का कहना है कि इस वैक्सीन का ट्रायल भारत समेत यूएई, सऊदी अरब, फिलीपींस और ब्राजील में इस महीने से शुरू हो जाएगा। बता दें, यह वैक्सीन एक बहुस्तरीय और रेंडम टेस्ट पर आधारित रिसर्च होगी जिसमें वैक्सीन के सुरक्षा और प्रतिरक्षात्मक व्यवहारों का अध्ययन किया जाएगा।
ये भी बताते चले कि इस रूसी वैक्सीन बनाने को लेकर राष्ट्रपति पुतिन ने कहा था कि हम इसे पूरे विश्व में पहुंचाएंगे। दुनिया के सभी कोरोना प्रभावित देशों को ये वैक्सीन अच्छे दामों पर मिल सकेगी। पुतिन ने इस वैक्सीन को बेहतर बताते हुए ये भी कहा था कि उन्होंने अपनी बेटी को इस वैक्सीन की डोज दी थी, इसलिए यह असरदार और प्रभावी है।
बताते चलें कि रूस के डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड के CEO किरिल दिमित्रीव ने कहा है कि वैक्सीन के लिए भारत के साथ रूस ने समझौता किया है। उन्होंने ये भी कहा कि भारत कोरोना वैक्सीन बनाने के क्षेत्र में अच्छा काम कर रहा है।