गोरखपुर में सैनिक की मौत पर जमकर हंगामा, पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले
डीएम विजय किरण आनंद ने कहा है कि माहौल खराब करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी
गोरखपुर. गोरखपुर में झंगहा इलाके के राघोपट्टी निवासी आर्मी में शिक्षक पद पर तैनात धनंजय यादव (30) का शव शुक्रवार को घर आते ही बवाल हो गया. शहीद का दर्जा, बहन को सरकारी नौकरी और 50 लाख मुआवजा देने की मांग को लेकर स्थानीय लोग रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए. इससे आवागमन प्रभावित होने लगा. शाम होते ही मौके पर पहुंचे डीएम पर भीड़ भड़क गई और पथराव करने लगी. नाराज लोगों ने एक बाइक, एक ऑटो और 3 सरकारी गाड़ियां भी फूंक दी. स्थिति इतनी खराब हो गई कि डीएम और एसएसपी को फोर्स के साथ भागना पड़ा. बाद में पुलिस ने हालात को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. गुस्साई भीड़ ने पुलिस जीपों को भी क्षतिग्रस्त किया है. घटना को लेकर डीएम विजय किरण आनंद ने कहा है कि माहौल खराब करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
सैनिक के पार्थिव शरीर के साथ उसकी बटालियन से कोई नहीं
बताया जा रहा है कि सैनिक के पार्थिव शरीर के साथ उसकी बटालियन से कोई नहीं आया. साथ ही बटालियन से घरवालों के पास फोन आया कि धनंजय को शहीद का सम्मान नहीं मिलेगा. नाराज लोगों ने शहीद का पार्थिव शरीर रखकर गोरखपुर-देवरिया मार्ग जाम कर दिया. गौरतलब है की धनंजय यादव 2014 में आर्मी में चयनित हुए थे. सिक्किम में उनकी तैनाती थी. 22 मार्च की शाम उनकी मौत हो गई. शुक्रवार को धनंजय का शव घर पहुंचा, लेकिन इस दौरान प्रशासनिक या पुलिस अफसर मौजूद नहीं थे.
स्थानीय लोग उग्र हो गए और पहले चौराहे पर प्रदर्शन किया
इसी बात से नाराज होकर स्थानीय लोग उग्र हो गए और पहले चौराहे पर प्रदर्शन किया फिर रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए. डीएम विजय किरण आनंद ने कहा बताया कि कुछ अराजक तत्वों ने पथराव कर दिया और पुलिस की कुछ गाड़ियों को तोड़ दिया. इसके बाद आंसू गैस के गोले दागकर और लाठी चलाकर भीड़ को तितर-बितर किया गया. उन्होंने कहा कि जांच कराई जा रही है. डीएम के मुताबिक तनाव को देखते हुए फोर्स तैनात की गई है.