भुखमरी से तंग आकर बेबस मां ने अपनी मासूम बच्ची को जिंदा दफनाने की करी कोशिश
अफसरों की फाइल में सारे मौसम गुलाबी हैं पर असल मे गरीब के पास ना रोटी है ना थाली है । हरदोई जिले में एक दिल को झकझोर देने वाला मामला सामने आया , यहां एक मां अपनी दो बच्चियों के साथ कई दिनों से भोजन न मिलने के कारण इधर-उधर भटकती रही अंततः भूख के कारण कुपोषण का शिकार हुई अपनी 2 साल की बच्ची को जमीन में जिंदा दफनाने की कोशिश कर डाली, इसी बीच गांव वालों ने मौके पर पहुंचकर बच्ची को बचा लिया व चाइल्डलाइन को सूचना दी, मौके पर पहुंची चाइल्डलाइन की टीम में मां व उसकी दो छोटी बच्चियों को अपने साथ ले गई, तथा उचित देखभाल का आश्वासन दिया है , फिलहाल बच्ची अस्पताल में भर्ती है और मामला बढ़े न इस खातिर अफसर उस बेबस माँ को मानसिक रूप से कमजोर साबित करने में जुट गए हैं ।
एक तरफ जहां सरकार गरीबों के लिए मुफ्त राशन व अन्य तमाम योजनाएं चला रही है, परंतु आज भी कुछ ऐसे गरीब परिवार हैं, जिनको दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं हो रही है। ऐसा ही एक मामला हरदोई के लोनार थाना क्षेत्र के सकरौली गांव का आया है। यहां के रहने वाले किसान भगवान दीन की 2 वर्ष पहले मौत के बाद उसकी पत्नी अपने तीन छोटे छोटे बच्चों के साथ दर-दर भटकने को मजबूर हो गई। बताया गया कि घर में रोटी की किल्लत देख बड़े पुत्र को उसकी बुआ अपने साथ लेकर चली गई, जबकि बेबस मां अपनी दो छोटी बच्चियों के साथ इधर उधर भीख मांगकर पेट पालने लगी, इधर काफी दिनों से उसे व बच्चियों को दोनों वक्त का खाना नहीं मिल रहा था, जिससे उसकी 2 वर्ष की पुत्री कुपोषित हो गई।
गरीबी से हारकर बेबस मां ने आज मजबूर होकर गांव के नजदीक ही एक तालाब के पास गड्ढा खोदकर अपनी कुपोषित बच्ची को जिंदा दफनाने का प्रयास किया जिसकी खबर पाकर गांव वाले मौके पर पहुंच गये व उन्होंने बच्ची को बचा लिया और चाइल्डलाइन को सूचना दी। सूचना पर चाइल्ड लाइन की टीम मौके पर पहुंचकर मां व उसकी दोनों बच्चियों को अपने संरक्षण में लिया और संबंधित लोनार थाने पर आवश्यक कार्यवाही कर अपने साथ ले गई। चाइल्डलाइन हरदोई के केंद्र समन्वयक अनूप तिवारी ने बताया की मां व बच्चियों को बाल संरक्षण समिति के समक्ष पेश किया जाएगा व उनकी देखभाल के लिए पूरी व्यवस्था की जाएगी। वहीं जिला कार्यक्रम अधिकारी बच्ची की माँ को मानसिक रूप से कमजोर बता रहे हैं ।