फांसी के फंदे से लटकती मिली नवविवाहिता की लाश पिता ने लगाया हत्या का आरोप
दहेज रूपी दानव प्रतिवर्ष लाखों जिंदगियों को निगल ले रहा है । लेकिन इस पर किसी भी प्रकार का कोई लगाम नहीं लग पा रहा है। कहने को दहेज लेना और देना दोनों पाप है लेकिन इस पाप से मुक्ति दिलाने वाला कोई दिखाई नहीं पड़ रहा है । ऐसा लगता है कि इस दुनिया में लड़की का पिता होना बहुत ही दुखद बात है । लेकिन उससे भी ज्यादा दुखद तब होता है जब वह गरीब होता है क्योंकि उसकी गरीबी की ही वजह से उसकी बेटी की हंसती खेलती जिंदगी बर्बाद हो जाती है । ऐसा ही एक मामला अमेठी कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सभा गूंगुवाछ के मायाराम का पुरवा में देखने को मिला है । जहां पर दहेज के बली की बेदी पर एक नवविवाहिता चढ़ा दी गई । पूरा मामला 8 जून को प्रकाश में आया जब पड़ोसी जनपद प्रतापगढ़ के सांगीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत लालगढ़ गौहानी गांव की रहने वाली 22 वर्षीय कर्मावती पुत्री रामजस यादव का विवाह 3 वर्ष पूर्व अमेठी जनपद एवं कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत गूंगुवाछ के मायाराम का पुरवा गांव में शीतला प्रसाद यादव पुत्र राम सजीवन यादव के साथ हुआ था । शादी के बाद से ही दहेज कम मिलने की बात को लेकर अक्सर शीतला प्रसाद तथा कर्मवती में आए दिन विवाद होता रहता था । किसी तरह से समय बीतता गया समय-समय पर नवविवाहिता द्वारा अपने मायके में इस बात को बताई जाती रही । लेकिन उसके पिता के पास इतना धन नहीं था कि वह इन लोगों की डिमांड पूरी कर सके । डेढ़ वर्ष बाद इन दोनों के बीच एक बेटी ने भी जन्म ले लिया । लेकिन उसके बावजूद दहेज वाली बात खत्म नहीं हुई लगातार इस बात को लेकर घरवालों के द्वारा तथा विशेष रूप से पति के द्वारा उसको ताना दिया जाता रहा । आखिरकार 8 जून को सुबह 8:00 बजे पति द्वारा उसके मायके में फोन कर अपने ससुर से कहा कि या तो अपनी बेटी को ले जाइए या तो फिर उसको समझा दीजिए । इसके बाद फोन काट दिया गया । संदिग्ध परिस्थितियों में घर के अंदर बने कमरे में छत में लगे हुक से कर्मवती की लाश लटकती पाई गई । फिलहाल आनन-फानन में पुलिस को इस बात की सूचना दी गई । पुलिस द्वारा उसके मायके में जानकारी भिजवा कर मायके पक्ष के लोगों को बुलवाया गया । मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश को फांसी के फंदे से उतारकर पंचायत नामा भरते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया । जहां पर देर शाम हो जाने के चलते कर्मवती की लाश पोस्टमार्टम हाउस के मर्चरी में रखी रही और 9 जून को उसकी लाश का पोस्टमार्टम हो सका। मृतका कर्मवती के भाई मनीष ने बताया कि मेरी बहन को उन लोगों ने मार कर फांसी के फंदे पर टांग दिया है । जबकि वहीं पर मृतका के पिता का साफ तौर पर कहना है कि दहेज की बराबर मांग की जाती रही और ना पूरी होने पर इन लोगों ने इस तरह का कृत्य किया है । इसलिए इनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जानी चाहिए और इन को दंड दिया जाना चाहिए । इसी के साथ उन्होंने बताया उनके घर में चाचा का लड़का राजू है जो पेशे से वकील है वह साफ तौर पर कहता था कि मैं कोर्ट में सब संभाल लूंगा इसे देख लूंगा। इस मामले में जब लड़की की सास से बात की गई तब उन्होंने दूसरी कहानी बताई उनका कहना था कि डेढ़ वर्ष की छोटी बिटिया के द्वारा चाय गिरा दी गई थी । जिसके चलते गुस्से में आकर कर कर्मवती ने उसको मारा पीटा और उठा कर फेंक दिया । जिस पर उसके पति द्वारा उसको एक झापड़ मार दिया गया था । इसी से नाराज होकर उसने फांसी लगा ली । इस पूरे मामले पर पुलिस क्षेत्राधिकारी अर्पित कपूर ने बताया कि आज उस महिला के पिता के द्वारा 2 लोगों के विरुद्ध तहरीर दी गई है । तहरीर की अनुसार मुकदमा पंजीकृत करते हुए विधिक कार्यवाही की जा रही है।