कृषि कानूनों से खफा किसानों ने गांव में लगाए बैनर
कृषि कानूनों को लेकर किसानों की सरकार के प्रति बढ़ती नाराजगी का असर अब गांवो में दिखाई देने लगा है।नकुड ब्लॉक के गांव फतेहपुर जट में किसानों ने गांव में बीजेपी से जुड़े लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है।किसानों ने बाकायदा बैनर छपवा कर गांव में लगवा दिए हैं।बैनर के ऊपर स्पष्ट तौर पर लिखा हुआ है कि बीजेपी वालों का गांव में आना मना है।जान माल की हानि होने पर स्वयं जिम्मेदार होंगे।किसानों का कहना है कि किसान अपने हकों के लिए लड़ रहा है। किसान गाजीपुर बॉर्डर पर अपनी शहादत दे रहे हैं।कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं लेकिन सरकार किसानों की पीड़ा को समझने का प्रयास ही नहीं कर रही है।किसानों का कहना है कि जब किसान ही नहीं चाहता कि यह कृषि कानून लागू हो तो फिर सरकार की यह जबरदस्ती क्यों..?
किसानों का कहना है कि उन्होंने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में इस गांव से 75% से भी अधिक मतदान बीजेपी के पक्ष में किया था क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि बीजेपी कहीं ना कहीं किसानों की दशा सुधारने का काम करेगी लेकिन बीजेपी ने तो किसानों को एक तरह से बर्बाद करने की ठान ली है।दिन प्रतिदिन महंगाई बढ़ती जा रही है जबकि किसानों की आय घटती जा रही है लेकिन किसानों की सुनने वाला कोई भी नहीं है।गांव में किसानों का सरकार के प्रति गुस्सा बना हुआ है।किसानों का स्पष्ट तौर पर कहना है कि गांव में बीजेपी से जुड़े हुए लोगों को नहीं घुसने दिया जाएगा और ना ही आगामी चुनाव में बीजेपी को वोट दिया जाएगा।फिलहाल गांव में लगे हुए बैनर जनपद में चर्चा का विषय बने हुए हैं।बैनर को लेकर लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं।