बिहार में किसानो ने इस अंदाज से किया विरोध
केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों को लेकर करीब तीन महीनों से देश की राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर विरोध कर रहे किसान संगठनों के गुरूवार को एकदिवसीय देशव्यापी रेल चक्का जाम का बिहार में मिला-जुला असर रहा।
पटना, जहानाबाद, मुंगेर, बक्सर, शेखपुरा, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर समेत कई जिलों में किसान संगठनों के कार्यकर्ताओं के अलावा उनके समर्थन में विपक्षी दलों के नेताओं ने प्रदर्शन किया। किसानों के समर्थन में जन अधिकार पार्टी (जाप) के कार्यकर्ताओं ने पटना के सचिवालय हॉल्ट पर रेल चक्का जाम कर दिया। इस दौरान पार्टी प्रमुख पप्पू यादव भी कार्यकर्ताओं के साथ मौजूद थे। बिहटा स्टेशन पर रेलवे ट्रैक पर विरोध सभा की गई। वहीं, आरा में रेलवे स्टेशन पर सासाराम-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस के परिचालन को बाधित कर दिया गया।
जाप अध्यक्ष श्री यादव ने कहा कि तीन महीने से केंद्र सरकार किसानों को बैठाए हुई है। पेट्रोल महंगा कर दिया, गैस महंगा कर दिया। केंद्र सरकार हर तरफ से जनता को मार रही है। इसलिए इसके विरोध में आज रेल चक्का जाम किया गया है।
मुंगेर से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, कृषि कानून के विरोध में जमालपुर एवं मुंगेर के किसानों ने मुंगेर रेलवे स्टेशन की पटरी पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी लेनिनवादी) के बड़ी संख्या में कार्यकर्ता रेल रोको आंदोलन में शामिल हुए।
वहीं, समस्तीपुर और मुजफ्फरपुर के बीच कई स्टेशनों पर प्रदर्शनकारियों ने झंडा-बैनर के साथ पहुंच कर विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने निर्धारित समय चार बजे तक रेलवे ट्रैक पर धरना दिया। जहानाबाद, सीतामढ़ी, शेखपुरा, बक्सर समेत कई अन्य जिलों में किसानों ने धरना देकर कृषि बिल के विरोध में प्रदर्शन किया।
सतीश
वार्ता