दिल्ली में संसद भवन के पास नारेबाजी कर रहे थे हरियाणा से आए किसान, फिर जो हुआ
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तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के टीकरी, सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर यूपी, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों का प्रदर्शन जारी है। इस बीच तीनों कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे कुछ किसान संसद भवन के पास पहुंचकर नारेबाजी करने लगे। जानकारी के मुताबिक, किसान प्रदर्शनकारी शुक्रवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे पहुंचे थे और नारेबाजी करने लगे। वहीं, मौक पहुंचे पुलिस सभी को संसद मार्ग थाना लेकर आई। वहीं, सभी को कुछ देर हिरासत में लेने के बाद पूछताछ के बाद सभी को छोड़ दिया गया है।
इस बाबत दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पांच प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया था। सभी संसद भवन के पास नारेबाजी कर रहे थे। उनके हाथ मे किसान संगठनों के झंडे थे। दिल्ली पुलिस एक्ट के तहत सभी पर कार्रवाई की गई है। फिलहाल पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया है। सभी प्रदर्शनकारी सिंघु बॉर्डर से आए थे।
उधर, कृषि कानूनों के विरोध में यूपी गेट पर पिछले सात माह से भी अधिक समय से रास्ता जाम कर धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों ने भाजपा के प्रदेश मंत्री का स्वागत कर रहे भाजपाइयों पर बुधवार को हमला किया था। इस मामले में प्रदर्शनकारियों पर मुकदमा दर्ज किया गया। इसके विरोध में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) कार्यकर्ता बृहस्पतिवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचे और भाजपाइयों पर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की। एसएसपी कार्यालय पर पहुंचे भाकियू कार्यकर्ताओं ने कहा कि उनकी शिकायत पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, जबकि भाजपाइयों की शिकायत पर भाकियू व अन्य के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर दिए गए। भाकियू के प्रवक्ता धर्मेद्र चौधरी का कहना है कि पुलिस निष्पक्ष न होकर भाजपा कार्यकर्ताओं के पक्ष में नजर आ रही है। ऐसे में भारतीय किसान यूनियन ने उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। इसके लिए सभी किसान नेताओं से अपने क्षेत्रों के थाने में पहुंचकर अनिश्चितकालीन धरने और टोल प्लाजा पर धरना देने का आह्वान किया है।