हरियाणा के सिरसा में किसानों पर बड़ा ऐक्शन, 900 किसानों पर केस दर्ज, तीन को किया नामजद
हरियाणा के सिरसा जिले के बड़ागुढ़ा, डिंग, सदर डबवाली और सिरसा सिविल लाइन थानों में तीन नामजद सहित 900 किसानों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने, राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित कर आमजन को परेशान करने और प्राण घातक बीमारी फैलाने की आशंका के दृष्टिगत सहित विभिन्न धाराओं में मामले दर्ज किए गए हैं।
ये मामले राज्य विधानसभा उपाध्यक्ष रणबीर सिंह गंगवा की सरकारी कार पर हुए पथराथ के सिलसिले में गिरफ्तार पांच किसानों की रिहाई की मांग को लेकर किसान संगठनों के गत 21 जुलाई को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या नौ पर सिरसा जिले के भावदीन टोल प्लाजा, सांवत खेड़ा टोल प्लाजा, गांव साहूवाला और सिरसा शहर के दक्ष प्रजापति चौक पर बेमियादी धरना देने के अलावा दो घंटे राष्ट्रीय राजमार्ग के जाम करने के आरोपों में गुरुवार रात दर्ज किए गए। गिरफ्तार पांच किसानों को स्थानीय अदालत द्वारा जमानत दिए जाने के बाद देर शाम जेल से रिहा कर दिया गया था।
पुलिस अधीक्षक अर्पित जैन ने बताया कि सदर थाना डबवाली में पुलिस के सिक्योरिटी कर्मचारी इंद्रपाल की शिकायत पर लीलावाली गांव के पूर्व सरपंच मुख पाल सिंह, देसू जोधा गांव के गुरू प्रेम और खुशदीप सिंह समेत करीब 200 किसानों के खिलाफ राष्ट्रीय राजमार्ग जाम करने समेत अन्य आरोपों में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। इसी प्रकार बड़ागुढ़ा थाना में सिक्योरिटी कर्मचारी गुरविंदर सिंह के बयान के आधार पर करीब 250 अज्ञात किसानों तथा डींग थाना में थानाधिकारी कश्मीरी लाल की शिकायत पर करीब 150 किसानों के खिलाफ उपरोक्त धाराओ में मामले दर्ज किए हैं। सिरसा सिविल लाइंन थाना में करीब 300 किसानों के खिलाफ उक्त धाराओं में मामले दर्ज किए गए हैं।
एसपी जैन ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के हाल में जारी निर्देशों का पालन करते हुए जनता से मिल रही शिकायत के बाद ये मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने बताया कि किसान आंदोलन की आड़ में किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा।
वहीं, दूसरी ओर किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा गुरुवार को जेल से रिहा हुए पांच किसानों के साथ शहर के चिल्ला साहिब गुरुद्वारे पहुंचे, जहां उन्हें गुरुद्वारा प्रबंधन ने सिरोपे भेंट कर सम्मानित किया गया। उधर, हरियाणा किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष प्रहलाद सिंह भैरू खेड़ा का कहना है कि सरकार ने अगर किसान आंदोलन में शामिल किसानों को गिरफ्तार करने की कोशिश की तो अब प्रदेश भर के सभी थानों का घेराव किया जाएगा।