बड़ी खबर : किसान यूनियनों ने केंद्र के कृषि कानूनों में संशोधन के प्रस्ताव को ठुकराया
नई दिल्ली : आंदोलनरत किसान यूनियनों (Farmers Leaders) ने केंद्र की मोदी सरकार के कृषि कानूनों में संशोधन के प्रस्ताव को फिर से ठुकरा दिया है। किसानों नेताओं ने साफ कहा है कि बिना कानूनों के रद्द किए वार्ता नहीं हो सकती है। आपको बता दें कि केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर किसान यूनियनों ने यह आज फैसला लिया है। किसान तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग पर डटे हुए हैं।
वही आपको बता दे की, किसान सगठन के नेता कुलवंत सिंह संधू ने साफ कर दिया है कि किसानों का आंदोलन आगे भी जारी रहेगा। यह फैसाल पंजाब के 32 किसान यूनियनों ने बैठक की में लिया गया है। संधू ने इससे पहले कहा था कि वे ब्रिटेन के सांसदों को भी पत्र लिखेंगे और उनसे आग्रह करेंगे कि वे 26 जनवरी को भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल नहीं होने के लिए अपने प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन पर दबाव डालें।