मशहूर सिंगर सुरिंदर शिंदा का 69 साल की उम्र में निधन
पंजाबी फोक सिंगर सुरिंदर शिंदा को एक दुखद खबर मिली है। गायिका का निधन 26 जुलाई को हुआ। पिछले कुछ दिनों से उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था। उन्होंने बुधवार को लुधियाना के दयानंद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में अपनी अंतिम सांस ली।
सिंगर सुरिंदर शिंदा नहीं रहे
जिनकी आवाज कल तक लोगों को खुशी देती थी। अब वह खमोश हो गई। प्रियजनों ने उनके निधन की खबर सुनकर दुख दर्शाया। सिंगर के बेटे मनिंदर शिंदा को अपने बीमार पिता को विदेश से देखने का मलाल है। बेटे का कहना है कि अगर उन्हें समय पर अस्पताल ले जाया जाता, तो शायद उन्हें बचाया जाता।
सिंगर के बेटे ने कहा कि वह पिछले पंद्रह वर्षों से विदेश में रह रहे थे। 22 जून को सुरिंदर शिंदा की तबीयत अचानक खराब हो गई। उन्हें लुधियाना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत सुधरने की बजाय बदतर होती चली गई। वह पिछले कुछ दिनों से लुधियाना के एक प्रसिद्ध अस्पताल में इलाज कर रहे थे। लाखों कोशिशों के बावजूद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका।
सुबह करीब 7:00 बजे, 69 वर्षीय सुरेंद्र ने अपनी आखिरी सांस ली। उनके बेटे ने कहा कि वह अपनी आखरी सांस तक मौत से लड़ते रहे, लेकिन जीवन की लड़ाई हार गए। उनका कहना था कि यह उनके परिवार के लिए कभी पूरा नहीं होने वाला दर्द है, लेकिन वे अपने परिवार के साथ मिलकर इस दर्द से बाहर निकलने की कोशिश करेंगे।
सुरिंदर इन गानों के लिए प्रसिद्ध थे, जो उनकी विशिष्ट आवाज के लिए जाना जाता था। उन्हें महान गाने जैसे “जट जियोना मोर”, “पुत्त जट्टन दे”, “ट्रक बिलिया”, “बलबीरो भाभी” और “काहर सिंह दी मौत” अपने करियर में गाए थे। ये सभी गाने बहुत प्रसिद्ध हैं।