मौत के बाद वैक्सीन की डोज:जिनकी 6 महीने पहले मौत हुई उन्हें भेजा मैसेज
आपको शाम 5 बजे दूसरी डोज लग चुकी है
कोरोना वैक्सीनेशन का टारगेट पूरा करने के लिए सरकार पूरा जोर लगा रही है। राजस्थान के बांसवाड़ा में टारगेट पूरा करने के लिए चिकित्सा विभाग उन लोगों का भी वैक्सीनेशन कर रहा है, जिनकी मौत हो चुकी है। यह बात सुनने में अजीब लगती है, लेकिन यहां चिकित्सा विभाग ने उन लोगों को भी सेकेंड डोज के बधाई मैसेज भेजे, जिनकी 6 महीने पहले ही मौत हो चुकी है। परिजन के पास ये मैसेज पहुंचे, तो वे भी हैरान रह गए।
दैनिक भास्कर ने जब इस मामले की पड़ताल की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। बांसवाड़ा की काकनवानी (कुशलगढ़) पंचायत के घरतारा गांव में रहने वाले संतराम भूरिया के मोबाइल नंबर पर 21 अक्टूबर को शाम 5 बजे के बाद एक मैसेज भेजा गया। मैसेज में उनके दादा हुरतिंग भूरिया और दादी इतरी पत्नी हुरतिंग भूरिया को सेकेंड डोज लगने की बधाई दी गई थी।
हुरतिंग भूरिया, जिसकी 19 अप्रैल 2021 को मौत हो चुकी है। विभाग ने 21 अक्टूबर को भेजा मोबाइल संदेश।
जिनकी 6 महीने पहले मौत हुई, उन्हें 21 अक्टूबर को वैक्सीन का मैसेज
सरकार के ही आंकड़ों पर जाएं, तो हुरतिंग की मौत 19 अप्रैल और इतरी की मौत 21 मई को हो चुकी थी। दोनों ने फरवरी महीने में रामगढ़ PHC पर पहली डोज लगवाई थी। इसके बाद दोनों की तबीयत खराब होने लगी। हुरतिंग की मौत को 6 महीने और इतरी की मौत को 5 महीने हो चुके हैं। जबकि चिकित्सा विभाग यह मैसेज भेज रहा है कि 21 अक्टूबर की शाम 5 बजे दोनों को दूसरी डोज लग चुकी है।
हुरतिंग भूरिया के नाम से जारी मृत्यु प्रमाण-पत्र।
सरकार की ओर से प्रशासन गांवों के संग अभियान में इस बार कोरोना वैक्सीनेशन का भी टारगेट दे रखा था। यह मैसेज टारगेट पूरा करने के हिसाब से लोगों को भेजा जा रहा है। 21 अक्टूबर को ग्राम पंचायत काकनवानी में प्रशासन गांवों के संग अभियान था। शाम 5 बजे बाद टारगेट पूरा करने के लिए उन लोगों के नाम भी मैसेज भेज दिए, जिनकी मौत हो चुकी थी। मामले की पड़ताल की तो सामने आया कि इन्हें 6 महीने पहले पहली डोज लगी थी। मैसेज में बताया गया कि 21 अक्टूबर को शाम 5 बजे कोरोना की दूसरी डोज लगाई गई।
इतरी पत्नी हुरतिंग भूरिया की 21 मई को मौत हो गई थी। मृत्यु प्रमाण-पत्र के लिए परिवार ने किया आवेदन।
पोता बोला- मेरी सेकेंड डोज बाकी और मुझे भी मैसेज भेजा
घरतारा, ग्राम पंचायत काकनवानी (कुशलगढ़) निवासी संतराम भूरिया ने बताया कि उसके दादा-दादी के नाम तो सेकेंड डोज लगने का मैसेज था। जबकि उसकी खुद की सेकेंड डोज बाकी थी तो उसे भी दूसरी डोज लगने का मैसेज मिला। संतराम ने बताया कि 11 जून को डूंगरा सीएचसी में उसे पहली डोज लगी थी। वो अभी कुशलगढ़ स्थित ITI में पढ़ रहा है। जिस दिन उसे मैसेज मिला वह कॉलेज में था। अब वो असमंजस में है कि उसकी दूसरी डोज लगनी बाकी है और अब मैसेज आ गया है तो क्या वैक्सीन लग पाएगी या नहीं।
युवक संतराम, जिसका अभी सेकेंड डोज लगना बाकी है, जिसे एडवांस में भेजा मैसेज।
इधर, अधिकारी बोले- तकनीकी खामी की वजह से चल गया होगा मैसेज
मामले में चिकित्सा विभाग से CMHO डॉ. हीरालाल ताबीयार कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे सके। पहले तो वे एक मोबाइल नंबर पर 4 लोगों के रजिस्ट्रेशन की बात करने का दावा करते रहे। फिर बोले कि तकनीकी खामी की वजह से हो गया होगा। CMHO ने दैनिक भास्कर के रिपोर्टर से भी कहा कि आप जानकारी भेज दो, मैं इसे दिखवा देता हूं।
21 लाख की आबादी में 51 प्रतिशत का टारगेट पूरा
बांसवाड़ा जिले की कुल आबादी करीब 21 लाख है। इसमें 18+ वाले लोगों की संख्या 13 लाख 51 हजार 501 है। RCHO डॉ. नरेंद्र कोहली ने बताया कि जिले में करीब 75 प्रतिशत लोगों को 10 लाख 13 हजार 625 लोगों को फर्स्ट डोज लग गया है। वहीं करीब 51 प्रतिशत यानी 6 लाख 89 हजार 265 लोगों को सेकेंड डोज का लक्ष्य पूरा हो चुका है, लेकिन इस तरह की खामियों ने वैक्सीनेशन की इस तस्वीर को धुंधला कर दिया है।
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