उत्तर प्रदेश में 200 रुपए में मिल रही फ़र्ज़ी कोरोना रिपोर्ट , जाने सच
फर्रुखाबाद. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फर्रुखाबाद (Farrukhabad) जनपद में पंचायत चुनाव के दौरान कोरोना की फर्जी एंटीजन रिपोर्ट (Fake Corona Report) 200 रुपये में देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. नवाबगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में नवाबगंज ब्लॉक की सीएचसी पर तैनात बीसीपीएम कोरोना टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट देने के लिए 200 रुपए मांगते दिख रहे हैं. वीडियो का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने आरोपी कर्मी को बर्खास्त कर दिया है.
वायरल वीडियो में नवाबगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात ब्लॉक कम्यूनिटी प्रोसेस मैनेजर विजय पाल एंटीजन रिपोर्ट के लिए साफ तौर पर 200 रुपये मांगते सुने जा रहे हैं. जानकारी के अनुसार सामने बैठा व्यक्ति एक आशा कार्यकर्ता का पति है. रुपये मांगने पर वह अचंभे से कहता है कि क्या इनसे भी रुपये लेंगे. इस पर विजय पाल कहते हैं कि रुपये तो सबसे लेंगे। सही काम के कोई पैसे नहीं, लेकिन गलत काम कराओगे तो पैसे देने पड़ेंगे। रुपये ऊपर भी देने पड़ते हैं. सामने बैठा व्यक्ति मोदी और योगी के नाम की दुहाई देता है तो बीसीपीएम उसकी खिल्ली उड़ाते हुए कहते हैं कि किट है नहीं, रिपोर्ट देनी है तो पैसे तो देने ही पड़ेंगे।
बर्खास्तगी के साथ FIR के आदेश
बीसीपीएम विजय पाल ने बताया कि मतगणना से एक दिन पूर्व एक परिचित युवक बिना जांच किए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट देने की कह रहा था. इस मामले में जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने बताया कि एंटीजन किट जांच पूर्णतय: निश्शुल्क है. जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह के निर्देश पर विजय पाल बीसीपीएम नवाबगंज की सेवा समाप्त कर दी गई है और एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही साथ मामले को संज्ञान में ना लाने हेतु एमओआईसी नवाबगंज से स्पष्टीकरण मांगा है.