विदेश मंत्री जयशंकर ने यूनाइटेड नेशंस में दिया बड़ा बयान। जानिए आगे-
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि यूक्रेन संघर्ष का शीघ्र समाधान निकालने के लिए यूनाइटेड नेशंस के भीतर और बाहर रचनात्मक रूप से काम करना हमारे सामूहिक हित में है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक भाषण में कहा कि भारत यूक्रेन संघर्ष में शांति के पक्ष में है और वहींरहेगा। भारत भी उस पक्ष में है जो यूनाइटेड नेशंस चार्टर और उसके संस्थापक सिद्धांतों का सम्मान करता है, कूटनीति और संवाद काआह्वान करता है, और उन लोगों के पक्ष में है जो भोजन, ईंधन और उर्वरकों की बढ़ती लागत के बावजूद अपनी जरूरतों को पूरा करनेके लिए संघर्ष कर रहे हैं। इसलिए, जयशंकर ने विधानसभा से कहा, “इस संकट का जल्द समाधान निकालने के लिए यूनाइटेडनेशंस के अंदर और बाहर रचनात्मक रूप से जुड़ना हमारे सामान्य हित में है।” वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था की भारत द्वारा “अनैतिकऔर अप्रभावी” होने के कारण आलोचना की गई थी। जयशंकर के अनुसार, पूरे महाद्वीपों और क्षेत्रों को उनके भाग्य पर चर्चा सेबाहर करना काफी अनुचित माना जाता है। यह कहते हुए कि भारत अधिक जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार है, उन्होंने विकासशीलदुनिया की चिंताओं की ओर भी ध्यान आकर्षित किया।