वैक्सीन के तीसरे फेस का ट्रायल तेज करने की कवायद
नई दिल्ली। भारत व पड़ोसी देशों में कोरोना वैक्सीन ट्रायल को गति देने के मकसद से बायोटेक्नॉलजी विभाग ने पड़ोसी देशों के लिए बुधवार से ट्रेनिंग प्रोग्राम की शुरुआत की है। इसका उद्देश्य वैक्सीन के विकास में तेजी लाने के साथ शोध क्षमता व तकनीक को मजूबती प्रदान करना है। कोरोना महामारी के दौरान वैक्सीन के शीघ्र विकास के लिए शोध क्षमता में वृद्धि लाने की आवश्यकता के मद्देनजर विदेश मंत्रालय के सहयोग से यह ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया गया है।
यह ट्रेनिंग प्रोग्राम छह से आठ हफ्तों तक चलेगा जिसमें नेपाल, मालदीव, बांग्लादेश, मॉरिशस, श्रीलंका, भूटान और अफगानिस्तान के प्रतिनिधि भाग लेंगे। इस कार्यक्रम के बारे में बायोटेक्नॉलजी विभाग की सचिव रेनु स्वरूप ने बताया कि कोरोना वैक्सीन के तीसरे फेस के ट्रायल के लिए इन देशों में शोध क्षमता को विकसित करना आवश्यक है। कोरोना वैक्सीन के उत्पादन से पहले इसका तीसरे फेस का ट्रायल किया जाना आवश्यक है, लिहाजा इस बारे में तकनीकी ट्रेनिंग पड़ोसी देशों को भी होनी चाहिए।