सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रत्येक मेले आयोजित हुए
मुख्यमंत्री ने कहा कि संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए अभी से तैयारी होगी तो आगे गर्मी-बरसात में उनसे से बचाव होगा। गत वर्ष 2020 प्रदेश के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रत्येक रविवार को आरोग्य मेले आयोजित किये गये थे जिनमें 30 लाख से अधिक लोगों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ दिये गये।
उन्होंने कहा कि विषाणु जनित बीमारियां खुले में शौच, गंदगी व पेयजल से सामान्यतः होती है। हम प्रधानमंत्री के आभारी हैं जिन्होंने ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के तहत घर-घर शौचालय घर बनावाया। अब ‘जल जीवन मिशन’ के तहत ‘हर घर नल’ योजना क्रियान्वित की गई है। गांवों में सामुदायिक शौचालय बन रहे हैं, जिसमें गांव की ही महिला को रोजगार दिया जा रहा है।
योगी ने कहा कि व्यापक स्तर पर स्वच्छता के कार्य हुए हैं। यह बीमारियों से बचाव के सर्वोत्तम उपाय हैं। मुख्यमंत्री कहा कि आरोग्य मेले में विभिन्न प्रकार की जांचों की व्यवस्था है। विशेषज्ञ डॉक्टरों की व्यवस्था है। परिवार कल्याण, पोषण, स्वास्थ्य जागरूकता के कार्यक्रम होते हैं। लोगों को बेहतर स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा रहा है। आयुष्मान भारत में पांच लाख रुपये तक चिकित्सा लाभ है। गोल्डन कार्ड बनवाना एवं अन्य जरूरी जानकारी नागरिकों को दी जाती है।
उन्होंने कहा कि मिशन इंद्रधनुष, खुशहाल परिवार दिवस, मातृत्व वंदना दिवस इनसे जुड़कर महिलाओं, बच्चों, परिवार को स्वास्थ्य जीवन की जानकारी एवं जागरूकता हो रही है।
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य कार्यक्रमों के अभियानों से जुड़े संगठनों, संस्थाओं, नागरिकों को धन्यवाद देते हुए सफलता की नई ऊंचाई पर पहुंचने को प्रेरित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मीरा, संगीता, अनुज, सुनील एवं जयप्रकाश को अपने हाथों गोल्डन कार्ड वितरित किया।