बिहार में हो रहा है कुत्तों का एनकाउंटर, सांसद मेनका गांधी ने उठाए सवाल
कुत्तों के आतंक से पीड़ित लोगों की शिकायत पर डीएम के आदेश से वन एवं पर्यावरण विभाग के शार्प शूटरों को कुत्तों को मारने के लिए पटना से बुलाया गया था।
नई दिल्ली। बिहार के बेगूसराय जिला में कुत्ता के काटने से दस लोगों की मौत एवं 40 से अधिक लोगों के घायल होने के बाद देश में पहली बार कुत्तों का एनकाउंटर अभियान चलाया गया। वन एवं पर्यावरण विभाग की टीम द्वारा एनकाउंटर में मार दिया गया। लेकिन अब यह एनकाउंटर करना प्रशासन के लिए मंहगा पर गया है।
तेघड़ा अनुमंडल के बछवाड़ा एवं भगवानपुर दियारा क्षेत्र में किए गए कुत्तों के इस अजूबे एनकाउंटर को लेकर राष्ट्रीय पशु अधिकार संरक्षक एक्टीविस्ट सह भाजपा सांसद मेनका गांधी एक्शन में आ गई है। पशु संरक्षक एक्टीविस्ट सह पूर्व केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी ने बेगूसराय के डीएम रोशन कुशवाहा तथा तेघड़ा के एसडीओ राकेश कुमार को फोन कर कुत्तों का एनकाउंटर करने पर कड़ी आपत्ति जताई है।
मेनका गांधी के एक्शन में आते ही जिला प्रशासन के आदेश पर कुत्तों के एनकाउंटर अभियान पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। आदमखोर कुत्तों का एनकाउंटर रोक दिए जाने इलाके में एक बार फिर दहशत कायम हो गया है। तेघड़ा एसडीओ राकेश कुमार ने बताया कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री सह भाजपा सांसद मेनका गांधी ने फोन कर बेजुबान कुत्तों के एनकाउंटर अभियान में शामिल अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई तथा निलंबित करवाने की बातें कही है।
उन्होंने फोन कर जिला प्रशासन पर झूठी कहानी गढ़कर प्रशासन द्वारा निर्दोष कुत्तों को मारने का आरोप लगाया है। मेनका गांधी ने कहा है कि यदि कुत्तों ने ग्रामीणों पर जानलेवा हमला भी किया तो प्रशासन को बेजुबान कुत्तों की गोली मारकर निर्मम हत्या करने का कोई अधिकार नहीं है, इसका उपाय करना चाहिए हत्या नहीं। मेनका गांधी के एक्शन में आने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
अन्य एनिमल एक्टिविस्टों का भी कहना है कि एक साथ इतनी संख्या में कुत्ते आदमखोर नहीं हो सकते हैं, एनकाउंटर ही इसका विकल्प नहीं है। लोगों को इन आदमखोर कुत्तों से बचाना जरूरी है, लेकिन कुत्ते आदमखोर क्यों हुए, इसका सही कारण क्या है, उसका मंथन करके निष्कर्ष निकाला जाना चाहिए था। फिलहाल डीएम के आदेश पर प्रशासन की टीम बैक फूट पर आकर फिलहाल कुत्तों के एनकाउंटर अभियान को रोक दिया है।
एसडीओ ने बताया कि विगत दस महीने में बछवाड़ा एवं भगवानपुर दियारा क्षेत्र में आदमखोर कुत्तों ने दस लोगों पर जानलेवा हमला कर मौत की नींद सुला दिया तथा आवारा कुत्तों के काटने से 40 से अधिक लोग घायल हुए हैं। पटना से आई आखेटक टीम ने बछवाड़ा एवं भगवानपुर के दियारा क्षेत्रों में तेघड़ा एसडीओ और डीएसपी के नेतृत्व में 13 दिन के अंदर तीन तारीखों में एनकाउंटर अभियान चलाकर 43 आवारा कुत्तों को ढ़ेर कर दिया। कुत्तों को मारकर प्रशासन की टीम ग्रामीणों में वाहवाही लूट रही थी। इसी बीच राष्ट्रीय पशु अधिकार संरक्षक एक्टीविस्ट सह पूर्व केन्द्रीय मंत्री और भाजपा सांसद मेनका गांधी ने बेजुबान कुत्तों का एनकाउंटर करने वाले दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की बातें कहकर सनसनी फैला दी है।