तिहाड़ जेल में बंद नीरज बवानिया गैंग के बदमाशों और पुलिस में मुठभेड़, दो गिरफ्तार
तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर नीरज बवानिया गैंग के दो बदमाशों और द्वारका जिला पुलिस की स्पेशल स्टाफ टीम के बीच 7 नवम्बर की सुबह मुठभेड़ हो गई। दोनों आरोपियों राहुल और मोहित को पुलिस टीम ने जांच के लिए रूकने का इशारा किया था। जिसके बाद उन्होंने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई के बाद दोनों को दबोच लिया। आरोपियों के पैरों में गोली लगी है, जिसका उपचार कराया जा रहा है।
पुलिस उपायुक्त शंकर चौधरी ने बताया कि 31 अक्टूबर की रात को पिस्तौल दिखाकर बाइक सवार दो बदमाशों ने एक महिला ने मोबाइल फोन लूटा था। इस मामले में द्वारका सेक्टर-23 थाना पुलिस जांच कर रही थी। मामले में स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर नवीन कुमार और साइबर सेल के इंस्पेक्टर ओपी पंवार की टीम को लगाया गया। इंस्पेक्टर नवीन कुमार की टीम ने आरोपियों के बारे में सूचना मिलने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए ट्रेप लगाकर जांच शुरू की। 7 नवंबर को सुबह 8 बजे जांच के दौरान पुलिस ने एक बाइक पर सवार दो व्यक्तियों को रूकने का इशारा किया। लेकिन दोनों ने बाइक मोड कर भागने की कोशिश की। आरोपियों की बाइक स्लिप हो गई और वह गिर पड़े। जिसके बाद भी इन्होंने भागते हुए पुलिस टीम पर गोलियां चला दी। यह गोलियां दो पुलिसकर्मियों की बुलेट प्रूफ जैकेट पर लगी। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की जिसमें आरोपी राहुल और मोहित के पैर पर गोली लगी। इसके बाद पुलिस टीम ने दोनों को दबोच लिया।
राहुल और मोहित के पास से पुलिस टीम ने दो पिस्तौल, चार गोलियां भी बरामद की। इन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। पुलिस को दिए बयान में दोनों ने अपना जुर्म कुबुल लिया है। ललित उर्फ राहुल जैन घोंघा गांव का है और उस पर पहले से 43 मामले दर्ज हैं। जबकि मोहित उर्फ रोहित जैन पर भी 39 मामले दर्ज हैं। दोनों आरोपी सगे भाई हैं और नशे के आदी हैं। इसी साल 22 अक्टूबर को वह जेल से बाहर आए। बाहर आते ही महज 10 दिनों के अंदर दोनों ने लूट, स्नैचिंग और चोरी की 9 वारदातों को अंजाम दिया। यह दोनों गाड़ी चुनाने वाले बबलू घोघा गैंग और नीरज बवानिया गैंग के सदस्य हैं। यह दोनों नीरज बवानिया गैंग के लिए बाइक चुराते थे। इन बाइकों का इस्तेमाल कर फायरिंग और उगाही की वारदातों को अंजाम दिया जाता था।