गाजीपुर नगर पालिका में हो रहे गड़बड़ झाले से बौखलाया कर्मचारी
उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा नगरी इलाके में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए कई दर्जन वाहन नगर पालिका को सालों पहले उपलब्ध कराया गया। साथ ही इसके रजिस्ट्रेशन और बीमा की जिम्मेदारी भी नगर पालिका को सौंपी गई। लेकिन गाजीपुर की नगर पालिका परिषद गाजीपुर जहां पर पिछले कई सालों से चलने वाले वाहन बिना रजिस्ट्रेशन और बीमा के आज भी फर्राटे भर रहे हैं । यहां तक की कई वाहन बिना रजिस्ट्रेशन के ही कंडम होकर विभाग की शोभा बढ़ा रहा है । इतना ही नहीं इन वाहनों के चलाने के लिए डीजल का खेल भी जमकर खेला जा रहा है। क्योंकि इन वाहनों का कोई भी लॉग बुक नहीं भरा जाता और जब इस खबर को मीडिया के द्वारा उजागर करने का प्रयास किया जाता है। कर्मचारियों के द्वारा गुंडई तक की जाती है। यह पूरा मामला गाजीपुर की नगर पालिका परिषद की है।जनपद गाजीपुर का यह नगर पालिका परिषद जलकल का प्रांगण है। जहां पर नगर पालिका क्षेत्र में चलने वाले समस्त वाहन चाहे वह कूड़ा ढोने वाली हो या फिर सफाई व्यवस्था और विद्युत व्यवस्था के लिए लगाई गई हो। सभी वाहन यहां पर आकर खड़े होते हैं जैसा कि आप वीडियो में भी देख सकते हैं। इस परिसर में दर्जनों वाहन खड़े हैं लेकिन किसी पर आरटीओ विभाग के द्वारा जारी रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं पड़ा हुआ है। कारण कि नगर पालिका के द्वारा इन वाहनों के रजिस्ट्रेशन की जरूरत ही नहीं समझी गई और ना ही आरटीओ विभाग के द्वारा इनके वाहनों को कभी चेक करने का प्रयास किया गया। अगर हम सूत्रों की बात माने तो 1996 के बाद इस नगर पालिका परिषद मे जितने भी वाहन शासन के द्वारा उपलब्ध कराए गए उस में से किसी भी वाहन का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया है। इसके साथ ही इस प्रांगण में बहुत सारे ऐसे वाहन भी खड़े हैं जो अब निस प्रयोज हो चुके हैं। और उनका भी रजिस्ट्रेशन नंबर कहीं नहीं दिख रहा है। हालांकि इन वाहनों के संचालन के लिए नगर पालिका के द्वारा अपने हिसाब से नंबरिंग वाहनों पर किया गया है ताकि वाहनों की पहचान किया जा सके और इसी नंबरिंग से हिसाब से इन वाहनों में रोज तेल का खेल भी किया जाता है। इस बारे में स्थानीय सभासद परवेज अहमद ने बताया कि नगर पालिका परिषद में चलने वाले किसी भी वाहन पर आज तक आरटीओ का दिया हुआ नंबर अंकित नहीं हुआ इसका मतलब है कि किसी भी वाहन का रजिस्ट्रेशन नहीं है। इतना ही नहीं इन वाहनों के चलाने वाले ड्राइवरों के द्वारा किसी भी वाहन का लॉग बुक भी नहीं भरा जाता और बिना लाकबुक भरे हैं सभी वाहनों में डीजल की सप्लाई की जाती है। आज हम इस खबर को करने के लिए जब जल कल के प्रांगण में पहुंचे तब वहां पर कार्यरत कर्मचारी सुधाकर राय के द्वारा मीडिया कर्मियों के साथ बदसलूकी और गुंडई करने का भी प्रयास किया गया। जिसकी पूरी करतूत कैमरे में कैद हो गई है। नगर पालिका में आखिर इन वाहनों का रजिस्ट्रेशन क्यों नहीं हुआ इसके बारे में भी हमने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका से जानना चाहा तो उन्होंने भी अपने हाथ खड़े करते हुए इस बारे में कुछ भी ना जानकारी होने की बात कह कर पल्ला झाड़ लिया।