एलन मस्क ने भारत सरकार से की ऐसी मांग, देश के कारोबारियों में छिड़ गई बहस!

 

 

इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली अमेरिकी कंपनी टेस्ला जल्द ही भारत में कार लॉन्च करने वाली है। इससे पहले, टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने भारत सरकार से आयात शुल्क कम करने की मांग की है। हालांकि, एलन मस्क की इस मांग पर भारत के कारोबारियों की राय बंटी हुई है। ओला के फाउंडर भाविश अग्रवाल ने एलन मस्क की इस मांग पर असहमति जताई है। वहीं, पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने कहा है कि मैं टेस्ला का इंतजार कर रहा हूं। मुझे अच्छा लगेगा कि भारत में हमारे सभी कारखाने हैं!

भाविश अग्रवाल ने क्या कहा: दरअसल, ओला के फाउंडर भाविश अग्रवाल ने हुंडई के एमडी एसएस किम के बयान को लेकर किए गए ट्वीट पर प्रतिक्रिया दी। इस बयान के मुताबिक हुंडई के एमडी ने भी एलन मस्क की मांग का समर्थन किया है। इसी पर प्रतिक्रया देते हुए भाविश अग्रवाल ने कहा, ‘‘दोनों (हुंडई और टेस्ला) से पूरी तरह असहमत हूं। आइए स्वदेशी मैन्युफैक्चरिंग की अपनी क्षमता पर भरोसा करें और भारत में मैन्युफैक्चरिंग के लिए वैश्विक ओईएम को आकर्षित करें, न कि केवल आयात के लिए। हम ऐसा करने वाले पहले देश नहीं होंगे।’’ भाविश अग्रवाल के इसी बयान पर पेटीएम के विजय शेखर शर्मा ने भी प्रतिक्रया दी है।

 

एलन मस्क ने क्या मांग की थी: एलन मस्क ने कहा था कि फिलहाल भारत में आयात शुल्क दुनिया में सबसे ऊंचा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इलेक्ट्रिक वाहनों पर कम से कम अस्थायी रूप से शुल्क राहत मिलेगी। इसके साथ ही मस्क ने कहा था कि अगर टेस्ला भारत में आयातित वाहनों के साथ सफल रहती है, तो बाद में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने पर विचार कर सकती है।

 

आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी टेस्ला को भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने की सलाह दी है। फिलहाल भारत 40,000 डॉलर से अधिक की कीमत की पूरी तरह आयातित कार पर सीआईएफ (लागत, बीमा और भाड़े) के साथ 100 फीसदी का आयात शुल्क लगाता है। इससे कम लागत की कार पर आयात शुल्क की दर 60 फीसदी है।

 

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