Election: ‘बागपत में कैसा रहा माहौल, क्या बोले बागपत के पत्रकार’ चुनावी विश्लेषण
लोकसभा चुनाव के लिए दूसरे चरण का मतदान शुक्रवार को हो चुका है। जिसमें बागपत की लोकसभा सीट भी शामिल है। यहां हुए मतदान के बाद किस पार्टी को कितने वोट मिल रहे हैं और कौन सी पार्टी यहां से जीत रही है। जिसके बारे में पत्रकारों से चर्चा की गई तो उन्होंने जीत और हार के आंकड़ों के बारे में बताया।
बागपत में पत्रकारों ने चुनाव का किया विश्लेषण
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में हुए मतदान के बाद बागपत के क्या समीकरण बनते है, स्थानीय लोगो ने किन मुद्दों को लेकर वोट किया , किस पार्टी को या प्रत्याशी को चुना है । यही जानने और समझने के लिए हमने वहां के वरिष्ठ व स्थानीय पत्रकारों से बातचीत कर वहां का विश्लेषण जाना है । वही इस बार मतदान का प्रतिशत कम होना और भाजपा-रालोद का गठबंधन होना इस बार बागपत सीट पर रोचक व आश्चर्यजनक परिणाम भी ला सकता है । बागपत सीट इस बार एनडीए गठबंधन के लिए फंसती नज़र आ रही है और यहां कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है ।
किस सीट को कितना मिल रहा बोट जाने
बागपत की हम बात करे तो यहां पांच विधानसभा क्षेत्र है जिनमे बागपत, बड़ौत, छपरौली, मोदीनगर व सिवालखास है । जिनमे सिवालखास सीट मेरठ जिले में जबकि मोदीनगर सीट ग़ाज़ियाबाद जिले में आती है । यहां अगर हम बात वोटरों की करे तो बागपत, बड़ौत व छपरौली में लगभग साढ़े नौ लाख मतदाता है जबकि पांचों विधानसभा सीटो पर लगभग साढ़े सोलह लाख मतदाता है । बागपत में इस बार एनडीए गठबंधन (भाजपा-रालोद) से रालोद के डॉ राजकुमार सांगवान प्रत्याशी है । इंडिया गठबंधन (समाजवादी -कांग्रेस) से समाजवादी पार्टी के अमरपाल शर्मा प्रत्याशी है जबकि बसपा से प्रवीण बैसला भी चुनावी मैदान में है । यहां हुए मतदान को लेकर अनुमानित आंकड़े निकलकर सामने आए हैं जो कि पत्रकारों के तरफ से किए गए हैं जिसमें एनडीए गठबंधन – 4.20 – 4.40 लाख, इंडिया गठबंधन – 4.30 – 4.50, बसपा – 40- 50 हज़ार वोट मिलते हुए दिखाई दे रहे हैं। वही 4 जून 2024 को मतगणना होनी है और उसी के बाद ही पता चलेगा कि आंकड़े सही साबित होते हैं या फिर आंकड़ों में बदलाव होता है।