चुनाव आयोग ने जयराम रमेश को लिखा पत्र.. मांगी यह महत्वपूर्ण जानकारी
जय राम रमेश ने कहा है कि हम चुनाव आयोग का सम्मान करते हैं लेकिन जिस तरीके से यह संस्था काम कर रही है। इस पर भरोसा करने लायक नहीं है
Loksabha Elections 2024: जबसे लोकसभा चुनाव के लिए एग्जिट पोल के नतीजे आए हैं। तब से विपक्षी दलों में खलबली मची हुई है। कोई एग्जिट पोल को फेक बता रहा है तो कोई चुनाव आयोग पर ही निशाना साध रहा है। तो कोई ईवीएम मशीन को ही दोष दे रहा है। सभी की “अपनी- अपनी डफली, अपनी-अपनी राग है।” अब चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश को पत्र लिखकर एक बेहद महत्वपूर्ण जानकारी की मांग की है।
जानिए चुनाव आयोग ने क्या कहा
चुनाव आयोग ने जयराम रमेश से कहा है कि, ‘मतों की गिनती की प्रक्रिया प्रत्येक चुनाव अधिकारी का एक पवित्र कर्तव्य है और ऐसे सार्वजनिक बयान संदेह पैदा करते हैं तथा इसलिए बयान व्यापक सार्वजनिक हित में दिए जाने चाहिए।’
आगे चुनाव आयोग ने कहा कि, ‘एक राष्ट्रीय पार्टी के जिम्मेदार, अनुभवी और बहुत वरिष्ठ नेता होने के नाते आपको मतगणना के दिन से ठीक पहले तथ्यों/सूचनाओं के आधार पर ऐसा सार्वजनिक बयान देना चाहिए जिसे आप सच मानते हैं। अनुरोध है कि उन 150 डीएम का ब्यौरा, जिन्हें गृह मंत्री की ओर से कथित रूप से इस तरह के कॉल किए गए हैं, आपके द्वारा दी गई जानकारी के तथ्यात्मक मैट्रिक्स/आधार के साथ आज यानी 2 जून, 2024 को शाम 6 बजे तक साझा किया जाएं, ताकि समुचित कार्रवाई की जा सके।”
चुनाव आयोग ने कल रविवार शाम तक जयराम रमेश से अपने दावों का विवरण साझा करने को कहा था।
जानिए जयराम रमेश ने क्या कहा था
1 जून को एक पर पोस्ट करते हुए जय राम रमेश ने कहा था कि, “निवर्तमान गृह मंत्री जिला अधिकारियों/कलेक्टरों को फोन कर रहे हैं। अब तक उन्होंने इनमें से 150 से बात की है। यह खुलेआम और निर्लज्ज तरीके से धमकी देना है जो दिखाता है कि भाजपा कितनी हताश है। 4 जून को जनादेश के अनुसार श्री नरेन्द्र मोदी, श्री अमित शाह व भाजपा सत्ता से बाहर होंगे एवं INDIA गठबंधन विजयी होगा। अफसरों को किसी प्रकार के दबाव में नहीं आना चाहिए व संविधान की रक्षा करनी चाहिए। वे निगरानी में हैं।”