भारत निर्वाचन आयोग और निर्वाचन विभाग राजस्थान में करने जा रहा ऐसा ऐलान
भारत निर्वाचन आयोग और निर्वाचन विभाग राजस्थान में सुरक्षित‘ उप चुनाव के लिए पहली बार ऎसे नवाचार करने जा रहा है, जो प्रदेश ही नहीं देश में भी अपने तरह का अनूठी मिसाल कायम करेगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता का मानना है कि कोरोना काल में चुनाव करवाना बेहद मुश्किल और चुनौतीपूर्ण है लेकिन आयोग द्वारा नवाचार करते हुए कुछ ऎसे कदम उठाए जा रहे हैं, जिनसे आगामी चुनाव पूर्णतया ‘सुरक्षित‘ और निष्पक्ष तरीके से संपादित किए जा सकेंगे।गुप्ता ने बताया कि उप चुनाव में कोरोना को देखते हुए उम्मीदवारों को ऑफलाइन के साथ ऑनलाइन नामांकन का भी विकल्प दिया गया है। प्रार्थी घर बैठे भारत निर्वाचन आयोग द्वारा तैयार किए वेबपोर्टल पद और मोबाइल एप पर जाकर नामांकन दर्ज करवा सकेंगे और शपथ पत्र भी ऑनलाइन दे सकेंगे। इसमें प्रार्थी द्वारा केवल एपिक कार्ड नंबर डालने भर से उम्र, पता, भाग संख्या सहित सभी जानकारी स्वत ही भर जाएगी और किसी भी तरह की त्रुटि होने की आशंका शून्य हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि इस सुविधा से प्रत्याशी मनचाहा टाइम स्लॉट भी चुन सकेंगे, चुने गए टाइम स्लॉट पर प्रत्याशी रिटर्निंग ऑफिसर कार्यालय में जाकर मूल दस्तावेज जमा करवा सकेंगे। साथ ही ई-ग्रास पोर्टल के जरिए जमानत राशि का चालान भी करवाया जा सकेगा। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा हाल ही बिहार चुनाव में यह प्रयोग किया गया था। अब राजस्थान में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में प्रत्याशियों को यह सुविधा मिलने जा रही है। उन्होंने बताया कि कोविड के मद्देनजर यह प्रयोग प्रत्याशियों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा। उन्होंने बताया कि चुनाव की घोषणा के साथ ही एन कोर एक्टीवेट होगा और प्रत्याशी इस सुविधा का उपयोग कर पाएंगे।
उन्होंने बताया कि उप चुनाव में रियल टाइम वोटर टर्न आउट जानने के लिए ‘बूथ एप‘ का भी इस्तेमाल किया जाएगा, जिसमें प्रत्येक मतदाता को वोटर पर्ची स्कैन हो सकेगी, जिससे चुनाव का रियल टाइम वोटर टर्न आउट का पता चल सकेगा। उन्होंने बताया कि आदर्श आचार संहित की पालना के लिए इस चुनाव में सी-विजिल एप का भी इस्तेमाल किया जाएगा, जिसमें आचार संहिता के उल्लंघन संबंधी किसी भी शिकायत का समाधान 100 मिनट में किया जा सकेगा।
प्रवीण गुप्ता ने बताया कि अमूमन मतदान के लिए मतदान केंद्रों पर महिला व पुरुष की केवल दो पंक्तियों का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन इस बार के उपचुनाव में कोरोना को देखते हुए मतदाताओं को तीसरी पंक्ति भी नजर आएगी, जिसमें सीनियर सिटीजन और दिव्यांग मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। इससे ना केवल मतदान के प्रतिशत में बढ़ोतरी होगी बल्कि मतदाता कोविड गाइडलाइन के अनुसार भी मतदान कर सकेंगे।