जिलाधिकारी समेत आठ कोविड चैंपियंस को मिला सम्मान

जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन समेत जिले के आठ कोविड चैंपियंस एवं कोविड चैम्पियंस नोडल को शासन की तरफ से प्रशस्ति पत्र भेजा गया है। जिलाधिकारी ने वीडियो संदेश के माध्यम से जबकि बाकी के सात कोविड चैंपियंस ने टेली कॉलिंग के माध्यम से होम आइसोलेशन में रहने वाले कोविड मरीजों का हौसला बढ़ाया था। यह पहल यूनीसेफ की मदद से हुई थी। इस अभियान की नोडल अधिकारी रहीं उप जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी सुनीता पटेल को भी प्रशस्ति पत्र मिला है। जिलाधिकारी ने वीडियो संदेश के माध्यम से होम आइसोलेशन के दौरान के अपने अनुभवों का साझा किया था और एक कोविड मरीज से कोविड चैंपियन बनने की कहानी भी बतायी। उनके साथ सात कोविड चैंपियंस ने जुलाई 2020 से जनवरी 2021 तक करीब पांच हजार कोविड मरीजों को फोन कर उनका हालचाल लिया और हौसला भी बढ़ाया।

जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन ने प्रशस्ति पत्र के लिए जिले के सभी सक्रिय कोरोना योद्धाओं को धन्यवाद दिया है जिनकी मदद से बीमारी की रोकथाम में अलग-अलग प्रकार के प्रयास संभव हो पाए हैं। उन्होंने एक बार पुनः अपनी अपील को दोहराया है और कहा है कि जो भी प्रवासी बाहर से आए हैं, कोविड जांच अवश्य करवा लें। सभी लोग मॉस्क का इस्तेमाल अवश्य करें और अगर कोविड का लक्षण दिखता है तो जांच जरूर कराएं। उन्होंने कहा कि सामान्यता कोविड होम आइसोलेशन में ही ठीक हो जाता है लेकिन अगर तबीयत ज्यादा खराब हो तो रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) की मदद से अस्पताल की सेवाएं अवश्य लें। उन्होंने बताया कि जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में आरआरटी सक्रिय कर दी गयीं हैं और होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड मरीजों को उनकी सलाह अवश्य माननी चाहिए।

अभियान की नोडल अधिकारी रहीं उप जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी सुनीता पटेल ने बताया कि कोविड चैंपियन प्रभात कुमार सिंह, अमित कुमार तिवारी, सुबोध श्रीवास्तव, देवेश श्रीवास्तव, डॉ. सहाबुद्दीन, आकांक्षा गुप्ता और दिलीप कुमार को भी टेलीकॉलिंग के जरिये कोविड मरीजों का हौसला बढ़ाने के लिए प्रशस्ति पत्र मिला है। उन्होंने बताया कि जिले में प्रशस्ति पत्र पाने वाले आठ कोविड चैंपियंस के अलावा 49 और कोविड चैंपियंस ने कोरोना योद्धा की भूमिका निभाई जिसमें एडीएफ एफआर राजेश कुमार सिंह, संयुक्त मजिस्ट्रेट गौरव सिंह सोगरवाल जैसे वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे। इन लोगों के कुशल नेतृत्व और ई-ड्रिस्ट्रिक्ट मैनेजर नीरज श्रीवास्तव, सीडीपीओ शहरी प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, सहयोगी सूर्य प्रकाश एवं मधुकर के सहयोग से ही अभियान का सफल संचालन संभव हो सका।

सम्मान प्राप्त करने वाले कोविड चैंपियन और स्वास्थ्यकर्मी प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि यूनीसेफ के चीफ और चिकित्सा स्वास्थ्य के प्रमुख सचिव के दस्तखत से प्रशस्ति पत्र प्राप्त हुआ है, जिससे उनका मनोबल बढ़ा है। उन्होंने कोविड के बढ़ते मामलों से न घबराने की अपील करते हुए कहा है कि लोगों को मॉस्क, हैंडवांशिंग और दो गज दूरी के फार्मूलो को जीवन का हिस्सा बनाना होगा। अगर किसी को कोविड हो जाता है तो घर में रह कर होम आइसोलेशन के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इलाज कराएं। अपनी बारी आने पर कोविड का टीका अवश्य लगवाएं।

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