ED ने मनी लॉन्ड्रिग मामले में AAP के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता को भेजा नोटिस
नई दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय ने आम आदमी पार्टी के नेता और राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता को मनी लॉन्ड्रिग मामले में पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है. ईडी के इस नोटिस के बाद दिल्ली में सत्तासीन अरविंद केजरीवाल सरकार और केंद्र सरकार के बीच एक बार फिर राजनीतिक जंग शुरू होने के आसार नजर आ रहे हैं. जबकि पंकज गुप्ता को नोटिस भेजने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ पूरी आम आदमी पार्टी नाराज बताई जा रही है.
जांच एजेंसी ईडी के सूत्रों के मुताबिक, अगले सप्ताह इस मामले में पूछताछ के लिए पंकज गुप्ता को बुलाया गया है. दरअसल ईडी की टीम ने पिछले साल मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में पंजाब मूल के रहने वाले उस वक्त के तत्कालीन आप विधायक सुखपाल सिंह खैरा खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. उसके बाद उनके खिलाफ राजधानी दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, सहित कई अन्य लोकेशन पर छापेमारी की गई थी. उसी दौरान कई महत्वपूर्ण सबूत और दस्तावेजों को जांच एजेंसी द्वारा जब्त किया गया था. उसी दस्तावेजों को जब विस्तार से खंगाला गया तब लाखों डॉलर के फंड के लेनदन की जानकारी प्राप्त हुई उसके बाद यह मामला आगे बढ़ता चला गया.
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार, केंद्र की मोदी सरकार लगातार हमारी आवाज दबाने के लिए जांच एजेंसियों को दुरुपयोग कर रही है. वहीं, इस मसले पर आम आदमी पार्टी के विधायक और वरिष्ठ नेता राघव चड्ढा आज यानी सोमवार पत्रकार वार्ता कर जवाब देंगे. वहीं, इस मामले पर राघव चड्ढा ने ट्वीट कर कहा है कि जब वे (केंद्र सरकार) राजनीतिक तौर पर हमें खत्म नहीं कर पाए तो बदनाम करने की कोशिश हो रही है. इसके साथ उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को मोदी सरकार की पसंदीदा एजेंसी-प्रवर्तन निदेशालय से ‘लव लेटर’ मिला है. इस पर वे प्रेस कान्फ्रेंस करके जानकारी देंगे.
पंजाब चुनाव के दौरान एक लाख डॉलर और आम आदमी पार्टी का कनेक्शन
केंद्रीय जांच एजेंसी एटीके टीम जब सुखपाल सिंह खैरा से संबंधित मामले की तफ्तीश कर रही थी उसी दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और पैसों के लेनदेन से संबंधित एक डायरी हाथ लगी उस डायरी में साल 2016 में आयोजित होने वाले पंजाब चुनाव से जुड़े तैयारियों के बारे में और लाखों रुपये फंड के लेनदेन की व्यवस्था से संबंधित जानकारियां लिखी हुई थी. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच एजेंसी ने जब सुखपाल सिंह खैरा से पूछताछ की तो उनका कहना था कि उनको बहुत कुछ ज्यादा जानकारी नहीं है. यह पार्टी से जुड़ा हुआ मसला है और पंजाब चुनाव के पहले जो पैसा इकट्ठा किया गया था वह पार्टी का है, लिहाजा इस मामले में वह बहुत ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते हैं. इसी बात के मद्देनजर जांच एजेंसी के अधिकारी ने उस एक लाख डॉलर करेंसी के फंड के बारे में पूछताछ करना चाहते हैं. इसलिए पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
आम आदमी पार्टी के कई लोगों की बढ़ सकती है मुश्किलें
जांच एजेंसी ईडी फिलहाल ये जानने की कोशिश में जुटी हुई है कि वो कौन-कौन से नेता थे, जो साल 2016 में पंजाब चुनाव के लिए और पार्टी के लिए फंड इकट्ठा करने यूएस गए थे. इसके साथ ही क्या इस फंड को पार्टी के नाम पर जमा किया गया था या नहीं ? इसके साथ ही अगर पार्टी फंड में जमा किया गया था तो क्या इसकी जानकारी इनकम टैक्स या उससे संबंधित जानकारी अन्य जांच एजेंसियों को दी गई थी या नहीं ? इस मसले पर आने वाले वक्त में कई लोगों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं.
जानें कौन हैं सुखपाल सिंह खैरा
पंजाब में सुखपाल सिंह खैरा बहुत ही तेज तर्रार नेता माने जाते हैं. पंजाब के कपूरथला के भुलत्थ विधानसभा से विधायक सुखपाल सिंह खैरा को कुछ दिनों पहले ही पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा कांग्रेस पार्टी में शामिल कराया गया था . दरअसल केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने पंजाब से विधायक सुखपाल सिंह खैहरा के खिलाफ कई मामलों की तफ़्तीश कर रही है. ईडी के सूत्रों के मुताबिक, ड्रग्स की तस्करी मामले से अर्जित अवैध संपत्ति सहित अवैध/ फर्जी दस्तावेजों का प्रयोग करके कई लोगों का पासपोर्ट बनवाने से जुड़े मामले में बहुत पहले एक मामला पंजाब में दर्ज किया गया था. उसी मामले में कई लोगों का दर्ज बयान और उन लोगों के पास से मिले सबूतों के आधार पर सुखपाल सिंह खैरा के खिलाफ लगे काफी संगीन आरोप के बाद ईडी ने तफ्तीश शुरू की है. लिहाजा इसी मामले की आगे की तफ्तीश करने के लिए ईडी की टीम सुखपाल सिंह खैरा से पूछताछ करना चाहती है. हालांकि इस मसले पर सुखपाल सिंह खैरा कई बार अपनी बातों को मीडिया के सामने रख चुके हैं, लेकिन ईडी के सूत्रों की अगर मानें तो 8 मार्च को ईडी की टीम ने सुखपाल सिंह खैरा के आवास सहित दिल्ली ,पंजाब के कई लोकेशन पर छापेमारी की थी. उसी छापेमारी में सुखपाल सिंह खैरा और उसके परिवार के कुछ सदस्यों के खिलाफ कुछ महत्वपूर्ण सबूत और दस्तावेज मिले हैं , जिसके आधार पर ये आगे की पूछताछ होने वाली है.
सुखपाल सिंह खैरा के खिलाफ ईडी का क्या है आरोप
ईडी द्वारा विधायक सुखपाल सिंह खैहरा को पूछताछ के लिए इसी साल 17 मार्च को भी दिल्ली स्थित ईडी दफ्तर में बुलाया गया था , लेकिन वो पूछताछ की प्रक्रिया में हिस्सा लेने नहीं आए . विधायक सुखपाल के द्वारा ईडी को एक खत भेजकर जानकारी दी गई की वो कोरोना संक्रमण और उनके पीएसओ के संक्रमण के मद्देनजर वो खुद अपना जांच और मामले की गंभीरता को देखते हुए फिलहाल नहीं आ सकते हैं.