छत्तीसगढ़ के कई शहरों में विधायकों और उद्योगपतियों के यहाँ ईडी की ताबड़तोड़ छापेमारी
प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को अवैध कोयला लेवी मामले में चल रही मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश में कई स्थानों पर नए सिरे से छापे मारने शुरू कर दिए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
जांच “एक बड़े घोटाले से संबंधित है जिसमें वरिष्ठ नौकरशाहों, व्यापारियों, राजनेताओं और बिचौलियों से जुड़े कार्टेल द्वारा छत्तीसगढ़ में परिवहन किए गए प्रत्येक टन कोयले के लिए 25 रुपये की अवैध उगाही की जा रही थी।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कहा था कि पिछले दो वर्षों में कम से कम 540 करोड़ रुपये की “उगाही” की गई थी।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल और गिरफ्तार कोयला कारोबारी सुनील अग्रवाल से कथित तौर पर जुड़े लोगों के अलावा कुछ अन्य लोगों के परिसरों की राज्य की राजधानी रायपुर और आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में तलाशी ली गई।
ईडी इस मामले में राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया, कोयला व्यापारी सूर्यकांत तिवारी, उनके चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी और छत्तीसगढ़ कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी समीर विश्नोई समेत नौ लोगों को अब तक गिरफ्तार कर चुकी है.