अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में महसूस किए गए भूकंप के झटके, जानें रिएक्टर पैमाने पर क्या रही तीव्रता
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में महसूस किए गए भूकंप के झटके
लखनऊ: अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के डिगलीपुर में रविवार को एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए. आज सुबह 8 बजकर 58 मिनट पर केंद्र शासित प्रदेश में भूकंप आया. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार डिगलीपुर से 225 किमी उत्तर-पूर्वोत्तर में यह झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.1 रही. हालांकि अभी तक भूकंप की वजह से किसी भी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है.
अंडमान व निकोबार में इससे पहले भी भूकंप के झटके महसूस हुए थे. यह झटके पोर्टब्लेयर में महसूस किए गए थे. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने जानकारी दी थी कि भूकंप के झटके से धरती सुबह लगभग 5:30 बजे कांपी थी. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.3 मापी गई थी. भूकंप का केंद्र द्वीप से 165 किमी दक्षिण पूर्व में था.
जानिए कैसे मापा जाता है भूकंप के झटके
भूकंप को सीस्मोग्राफ से मापा जाता है. भूकंप का क्षण परिमाण पारंपरिक रूप से मापा जाता है अथवा संबंधित और अप्रचलित रिक्टर परिमाण लिया जाता है. 3 रिक्टर की तीव्रता से आने वाला भूकंप सामान्य होता है जबकि 7 रिक्टर से आने वाला भूकंप गंभीर क्षति पहुंचाने वाला होता है. भूकंप न सिर्फ जान-माल की नुक्सान का कारण है, बल्कि इससे इमारतों, सड़कों बांध और पुल आदि को भी काफी नुकसान पहुंचता है.
इससे बचाव के लिए जरूरी है कि भूकंप रोधी मकान का निर्माण करवाया जाए. आपदा किट बनाएं- जिनमें रेडियो, मोबाइल, जरूरी कागजात, टार्च, माचिस, चप्पल, मोमबत्ती, कुछ पैसे और जरूरी दवाएं हों. भूकंप आने पर बिजली और गैस तुरंत बंद कर दें. इतना ही नहीं, लिफ्ट का प्रयोग भी बिल्कुल न करें. जब भी झटके महसूस हों, तुरंत खुले स्थान की तरफ भागें और पेड़ तथा बिजली की लाइनों से दूर रहें.