Earthquake : नागालैंड के किफ़िरे में 3.8 की तीव्रता वाला भूकंप
Earthquake महसूस किया गया। राष्ट्रीय भूकंपीय विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, यह भूकंप सुबह करीब 07:22 बजे IST हुआ। भूकंप की गहराई 65 किलोमीटर थी
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आज, 28 नवम्बर 2024 की सुबह नागालैंड के किफ़िरे जिले में 3.8 तीव्रता का Earthquake महसूस किया गया। राष्ट्रीय भूकंपीय विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, यह भूकंप सुबह करीब 07:22 बजे IST हुआ। भूकंप की गहराई 65 किलोमीटर थी और इसका केन्द्र (एपिसेंटर) 25.62° N और 94.90° E के अक्षांश और देशांतर पर स्थित था। भूकंप के झटके किफ़िरे जिले के आसपास महसूस किए गए, जिससे वहां के निवासियों में थोड़ी घबराहट फैल गई।
Earthquake के प्रभाव
हालांकि, Earthquake का केंद्र गहरे में था और इसकी तीव्रता अपेक्षाकृत कम थी, फिर भी किफ़िरे और आसपास के क्षेत्रों में इसके हल्के झटके महसूस किए गए। ऐसे भूकंप आम तौर पर बहुत नुकसान नहीं पहुंचाते, लेकिन अचानक होने के कारण लोग डर सकते हैं। स्थानीय प्रशासन ने अब तक किसी भी तरह के बड़े नुकसान की सूचना नहीं दी है।
Earthquake की गहराई और खतरा
भूकंप की गहराई 65 किलोमीटर थी, जो इस तरह के भूकंपों के लिए सामान्य मानी जाती है। गहरी गहराई वाला भूकंप आम तौर पर सतह पर कम प्रभाव डालता है, हालांकि अगर यह शैलियों के भीतर अधिक शक्तिशाली होता, तो नुकसान का खतरा बढ़ सकता था। नागालैंड और उत्तर-पूर्व भारत के अन्य क्षेत्र भूकंपीय गतिविधि के लिहाज से सक्रिय रहते हैं, और यह क्षेत्र समय-समय पर छोटे या मध्यम तीव्रता के भूकंपों का सामना करता है।
उत्तर-पूर्व भारत में भूकंपीय गतिविधि
उत्तर-पूर्व भारत, खासकर नागालैंड, असम, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर, भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्र हैं। इस क्षेत्र में भारतीय और बर्मा प्लेटों के बीच लगातार टकराव होता है, जिसके कारण भूकंपों का खतरा बना रहता है। पिछले कुछ वर्षों में भी इस क्षेत्र में कई भूकंपों के झटके महसूस किए गए हैं।
Earthquake के बाद की स्थिति
किफ़िरे और आसपास के इलाकों में भूकंप के बाद राहत और बचाव कार्यों को लेकर कोई बड़ी घटना रिपोर्ट नहीं की गई है। हालांकि, स्थानीय प्रशासन सतर्क है और लोगों को भूकंप के बाद की सुरक्षा सावधानियों के बारे में जागरूक किया जा रहा है। नागरिकों को अपने घरों में सुरक्षित स्थानों पर जाने और भूकंप के बाद राहत कार्यों में सहयोग करने की सलाह दी जा रही है।
Present VS Past के नेताओं का रूपांतरण: आने वाले बदलावों के लिए तैयार होना
किफ़िरे में आज सुबह आए 3.8 तीव्रता के Earthquake ने किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं दी है, लेकिन इसने एक बार फिर से उत्तर-पूर्व भारत के भूकंपीय खतरे को उजागर किया है। भूकंपों के प्रभाव से बचाव के लिए प्रशासन और नागरिकों को सतर्क रहना जरूरी है, ताकि भविष्य में किसी बड़ी आपदा से बचा जा सके।