दुर्ग : 8 लाख के कर्ज से बचने रची लूट की झूठी घटना की साजिश
दुर्ग । कर्ज से बचने के लिए सब्जी व्यापारी द्वारा मनगढ़ंत झूठी लूट की घटना की रचना की गई थी। विगत 2 दिनों तक पुलिस को गुमराह भी करता रहा। घटनास्थल के आसपास से करीब 25 किलोमीटर दूर तक किसी भी सीसीटीवी कैमरे में आरोपितों एवं पीड़ित की उपस्थिति नहीं दिखी।
पिकअप वाहन के ड्राइवर एवं थोक सब्जी व्यवसाई के बयान में विरोधाभास के बाद कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपित ने खुलासा किया। व्यापारी ने बताया कि 8 लाख का कर्ज से बचने के लिए झूठी घटना की उसके द्वारा रचना की गई थी। झूठी रिपोर्ट लिखाने वाले व्यवसाई के खिलाफ थाना नंदनी में पुलिस के द्वारा पृथक से कार्रवाई की जा रही है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण प्रज्ञा मिश्रा में बुधवार को पुलिस नियंत्रण कक्ष में शाम को ली गई पत्र वार्ता में बताया कि सब्जी के थोक व्यवसाई अरुण साहू ने नंदनी थाने में 26 अक्टूबर की रात्रि करीब 10:00 बजे रिपोर्ट दर्ज कराई कि नंदनी एरोड्रम के पास दो मोटरसाइकिल में चार अज्ञात लड़कों के द्वारा धक्का मार कर गिराया और प्रार्थी के जूपिटर वाहन की डिग्गी में रखे एक लाख 90 हजार रुपये लूटकर फरार हो गए। इस घटना की सूचना पर तत्काल अपराध पंजीबद्ध कर क्षेत्र में नाकेबंदी की गई थी। एएसपी प्रज्ञा मिश्रा एवं डीएसपी मुख्यालय शौकत अली ने मौके स्थल का मुआयना किया। घटना की गंभीरता के कारण पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर के द्वारा आरोपितों की धरपकड़ के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण को निर्देशित किया गया था। इस पर थाना प्रभारी नंदिनी लक्ष्मण कुमेटी, निरीक्षक गौरव तिवारी, उपनिरीक्षक अर्जुन पटेल एवं सिविल टीम के सदस्यों को शामिल करते हुए आरोपितों की पता तलाश की जा रही थी।
खुर्सीपार से लेकर घटनास्थल पर लगभग 25 किलोमीटर तक लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की गई। घटनास्थल के आसपास के लोगों से लगातार टीम द्वारा पूछताछ की गई। लेकिन प्रार्थी के बताए अनुसार स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे में पीड़ित की उपस्थिति नहीं दिखी। इस पर पीड़ित से कड़ाई से पूछताछ की गई जिस पर व्यवसाई ने पुलिस को बताया कि लूट की झूठी साजिश उसके द्वारा रची गई। उसके ऊपर करीब आठ लाख रुपये का कर्ज है और इस कार्य से बचना चाहता था। इसलिए उसके द्वारा यह झूठी साजिश रची गई। व्यवसाई ने इस षड्यंत्र में अपने ड्राइवर को शामिल करते हुए 2 लाख की रकम देना बताने के लिए कहा था। घटना के ठीक पहले लेनदार रवि जैन को पैसा लेकर निकल रहा है ऐसा कह कर व्यापारी ने आश्वस्त किया। कुछ देर बाद ही स्वयं के साथ लूट की घटना हो जाना बताया पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया। घटनास्थल से डायल 112 को डायल करना बताया। जबकि पीड़ित द्वारा 112 को डायल ही नहीं किया गया था। पुलिस के द्वारा करीब 36 घंटे में ही नाटकीय ढंग से रची गई लूट की साजिश का खुलासा कर दिया गया। सब्जी व्यवसाई अरुण साहू के विरुद्ध थाना नंदनी में पृथक से कार्रवाई की गई है।