3 वर्ष बाद कांग्रेस में हुए शामिल :डॉ सीपी राय
उत्तर प्रदेश: समाजवादी पार्टी नेता व लेखक सीपी राय को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली है । बता दें कि सीपी राय समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं। वह सपा सरकार में दो बार दर्जा प्राप्त मंत्री भी रह चुके हैं। बीते करीब 3 साल से वे किसी भी राजनीतिक पार्टी से नहीं जुड़े हैं।सीपी राय को मुलायम सिंह यादव का बेहद करीबी माना जाता था। समाजवादी पार्टी के गठन के बाद सीपी राय प्रदेश महामंत्री रहे थे। अपनी लेखन क्षमता व समाजवादी विचारधारा की वजह से वे मुलायम सिंह यादव के पसंदीदा लोगों में से एक थे। मुलायम सिंह यादव की सरकार में भी उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा मिला था। इसके बाद 2012 में जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने भी राज्यमंत्री का दर्जा दिया था। लेकिन उन्होंने इस पद को ठुकरा दिया था।सीपी राय मूल रूप से आजमगढ़ के रहने वाले हैं। आगरा विश्वविद्यालय के प्राध्यापक के रूप में भी कार्य किया था। यह 1967 और 1968 में डॉक्टर राम मनोहर लोहिया के अंग्रेजी हटाओ आंदोलन में भी शामिल हुए थे। ऐसा माना जाता है कि 2014 लोकसभा चुनाव मैं आजमगढ़ से मुलायम सिंह यादव की जीत में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी।बात यह है कि सीपी राय कांग्रेस में उस वक्त सम्मिलित होने के लिए जा रहे हैं जब सभी पार्टियां 2024 लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। चर्चा है कि कांग्रेस अजय राय को प्रदेश अध्यक्ष बना सकती है। माना जा रहा है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी प्रदेश प्रभारी पद छोड़ सकती हैं। नए प्रभारी के लिए उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत वह पार्टी के कद्दावर नेता तारिक अनवर की चर्चाएं तेज हैं।