पिथौरागढ़ के जुम्मा में बादल फटने से दर्जनों घर तबाह, 2 लोगों की मौत
पिथौरागढ़. उत्तराखंड के पिथौरागढ़ (Pithoragarh) जिले में एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां के धारचूला स्थित जुम्मा गांव (Jumma Village) में बादल फट गया. बादल फटने (Cloud Burst) से व्यापक पैमाने पर नुकसान की सूचना है. दर्जनों घर जमीदोंज हो गए हैं. जानकारी के मुताबिक, मलबे की चपेट में आने से 2 लोगों की मौत हो गई है, जबिक 5 लोग अभी भी लापता हैं. वहीं, इस घटना से स्थानीय लोग दहशत में हैं. जानकारी के मुताबिक, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीम मौके के लिए रवाना हो गई है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खुद ट्वीट कर इस घटना के बारे में जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि पिथौरागढ़ जनपद के जुम्मा गांव के पास भूस्खलन की वजह से 2 लोगों की दुखद मौत हो गई है एवं 5 अन्य की मलबे में दबे होने की खबर है. इस विषय में जिलाधिकारी से बात कर रेस्क्यू मिशन तेज करने का निर्देश दिया गया है. मैं वहां फंसे लोगों की सलामती के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं.
पिछले हफ्ते भी पिथौरागढ़ जिले की बॉर्डर तहसीलों में मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई थी. बारिश की वजह से हो रहे लैंडस्लाइड के कारण कई रास्ते बंद हो गए थे. वहीं, आमलोगों को भी खतरों का सामना करना पड़ रहा था. बलुआकोट में एक महिला भारी मलबे में दब गई थी. धारचूला तहसील के अलघारा में भारी लैंडस्लाइड हुआ था, जिस कारण चीन बॉर्डर को जोड़ने वाली तवाघाट रोड बंद हो गया था. लैंडस्लाइड में आए भारी मलबे के कारण निचले इलाकों के 20 मकानों पर खतरा मंडरा रहा था. स्थानीय प्रशासन ने 12 मकानों को तत्काल खाली करने का आदेश दिया था.
बलुआकोट में इलाके में भी भूस्खलन हुआ था. जोशी गांव (Joshi Village) में हुए भूस्खलन के कारण 13 मकान खतरे की जद में आ गए थे. इसकी चपेट में आने से एक महिला लापता थी. महिला को खोजने के लिए एसडीआरएफ ने सर्च ऑपरेशन चलाया था, लेकिन मलबा बहुत ज्यादा होने के कारण महिला को खोज पाना आसान नहीं था.