क्या आप जानते हैं किन्नरों से जुड़े ये पांच रहस्य, तीसरा रहस्य तो रोंगटे खड़े कर देने वाला है…

किन्नरों के विषय में वैसे तो हम सभी जानते हैं। इनकी दुआएं जितनी असरदार होती हैं उतनी बद्दूयाएं भी।मगर किन्नरों से जुड़े कई रोचक रहस्य हैं जिसे आज भी कई लोग नही जानते।

किन्नरों के विषय में वैसे तो हम सभी जानते हैं। इनकी दुआएं जितनी असरदार होती हैं उतनी बद्दूयाएं भी।मगर किन्नरों से जुड़े कई रोचक रहस्य हैं जिसे आज भी कई लोग नही जानते।

आज हम आपको किन्नरों से जुड़े पांच रहस्य बताने जा रहे हैं जिन्हे जानकर आपके रोंगटे खड़े हो जायेंगे।

पहला रहस्य :-

किन्नर हमेशा ऐसे लड़कों को ढूंढते हैं जो आकर्षक और जिनकी चाल लचीली होती है। जिसके बाद ये उससे अपनी नजदीकियां बढ़ाने लगते हैं। फिर उन्हें अपने वश में करके उनके गुप्तांग को काट देते हैं। जिसके बाद वो युवक किन्नर बन जाता है।

दूसरा रहस्य :-

किन्नर भी शादी करते हैं। जी हां ये सिर्फ एक दिन के लिए शादी करते हैं। इनसे जुड़ी एक कथा के अनुसार आजतक वे एक ऐसी परंपरा निभा रहे हैं जो बहुत कम लोग जानते हैं। वास्तव में किन्नर एक रात के लिए शादी करते हैं।

आपको जानकर काफी हैरानी होगी कि किन्नर किसी और से नहीं बल्कि अपने ही देवता से एक रात के लिए शादी करते हैं। इनके देवता का नाम है इरावन जो कि अर्जुन और नाग कन्या उलूपी की संतान हैं।

माना जाता है कि महाभारत युद्ध से पहले पांडवों ने मां काली की पूजा की जिसमें एक राजकुमार की बलि होनी थी। कोई भी राजकुमार जब आगे नहीं आया तो इरावन ने कहा कि वह बलि के लिए तैयार है। लेकिन उसने एक शर्त रख दी कि वह बिना शादी किए बलि नहीं चढ़ेगा।

पांडवों के पास समस्या यह आ गई कि एक दिन के । लिए कौन सी राजकुमारी इरावन से विवाह करेगी और अगले दिन विधवा हो जाएगी। इस समस्या का समाधान श्री कृष्ण ने निकाला। श्री कृष्ण स्वयं मोहिनी रूप धारण करके आ गए और उन्होंने इरावन से विवाह किया। अगले दिन सुबह इरावन की बलि दे दी गई और श्री कृष्ण ने विधवा बनकर विलाप किया। उसी घटना को याद कर किन्नर इरावन को अपना भगवान मानते हैं और एक रात के लिए विवाह करतेे।

तीसरा रहस्य :-

किन्नरों की शव यात्रा को नही देखना चाहिए। किन्नरों में ऐसी मान्यता है कि जिस किन्नर की शव यात्रा आप देख लेते हैं उसे अगले जन्म में फिर किन्नर योनि में ही जन्म मिलेगा इसीलिए इनकी शव यात्रा रात में निकलती है। किन्नर अपने साथी की शव यात्रा बहुत ही धूम धाम से निकालते हैं। ये अपने साथी की शव यात्रा मे रोते नही बल्कि नाचते गाते हुए जाते हैं।

चौथा रहस्य :-

कभी भी किन्नरों की बद्दुआ नही लेनी चाहिए क्योंकि ये जन्म से ही पीड़ित होते हैं और जन्म से पीड़ित लोगों की बद्दुआ बहुत तेजी से लगती है। ठीक इसी प्रकार इनकी दुआओं में भी बहुत असर होता है।

 

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