केंद्र के खिलाफ द्रमुक, सहयोगी दल 20 सितंबर को तमिलनाडु में करेंगे प्रदर्शन
द्रमुक, कांग्रेस, वाम दल, एमडीएमके, आईयूएमएल, वीसीके, एमएमके, केएमडीके और टीवीके के संयुक्त बयान में कहा गया कि पिछले महीने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में विपक्षी दलों की बैठक में लिए गए फैसलों के अनुसार तमिलनाडु में काले झंडे लेकर प्रदर्शन किया जाएगा.
भारतीय मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPI-M) के महासचिव सीताराम येचुरी ने यूपी के मुजफ्फरनगर में तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ हुई किसान महापंचायत को अपनी पार्टी और अन्य वाम दलों का पूरा समर्थन दिया. उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र सरकार किसानों की मांगों को सुनने को तैयार नहीं है. येचुरी ने कहा, हमारी पार्टी सीपीआई-एम और सभी वामपंथी दल इस महापंचायत के समर्थन में हैं. हमारी मुख्य मांग संसद में पारित तीन काले कानूनों को निरस्त करने की है.
उन्होंने कहा कि हमारी दूसरी मांग न्यूनतम समर्थन मूल्य है. स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के अनुसार किसानों को कानूनी रूप से दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन पूरे देश में फैल रहा है, लेकिन दुख की बात है कि केंद्र सरकार उनसे बातचीत करने को भी तैयार नहीं है. वे हमारे अन्नदाता है और सभी के लिए जिंदा रखते हैं, लेकिन सरकार को उनकी परवाह नहीं है. भारत में इस तरह की निर्दयी सरकार आज तक नहीं देखी गई.