शामली : लॉक डाउन को लेकर धर्म गुरुओं के साथ डीएम और एसपी ने की बैठक, सोशल डिस्टेंस का रखा ख्याल
कोरोनावायरस जैसी महामारी से जहां देश ही नहीं अपितु समूचा विश्व चपेट में है और इससे निजात पाने के लिए देश और प्रदेश की सरकारे हरसंभव प्रयास कर रही है। सभी जिलाधिकारी और एसपी को निर्देश दिए गए हैं कि कोरोना जैसी भयंकर महामारी को सभी गंभीरता से ले और सतर्कता बरतें। जिसको लेकर आज जिला अधिकारी और एसपी शामली ने धर्म गुरुओं के साथ कोरोनावायरस को लेकर बैठक की। जिसमें कोरोनावायरस के चलते लोक डाउन को लेकर चर्चा की गई। वही लॉक डाउन के चलते धर्मगुरु से सुझाव आमंत्रित किए गए। साथ ही धर्मगुरुओं से अपील की गई कि वह अपने समुदाय और उनसे जुड़े लोगों को लॉक डाउन के बचे समय में सहयोग करने की अपील करें। बैठक के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखा गया और सभी अधिकारियों सहित धर्मगुरुओं ने भी दूरी बनाए रखी।
आपको बता दें कि शामली में मरकज निजामुद्दीन से आये कुल 21 लोगो को जिला प्रशाशन ने अभी तक चिन्हित किया है। जिनको शामली में क्वॉरेंटाइन वार्ड में रखा गया है। जिनकी कोरोनावायरस की जांच के लिए सभी के सैंपल लेकर मेरठ विश्वविद्यालय भेजे गए थे। जिनमें से तीन के सैंपल पॉजिटिव मिले हैं। जो कि कोरोना वायरस जैसी भयंकर बीमारी से ग्रसित है। मरकज निजामुद्दीन से आए तीन लोगों में कोरोनावायरस की पुष्टि होने से हड़कंप मच गया था जिसको लेकर शामली का जिला प्रशासन सकते में हैं और आज जिला अधिकारी शामली जगजीत कौर और एसपी शामली विनीत जयसवाल ने शामली के कलेक्ट्रेट सभागार में स्थित सभाकक्ष में सभी धर्म गुरुओं की बैठक ली बैठक में सभी धर्मगुरुओं इसे लोक डॉन को लेकर चर्चा की गई और लखनऊ के दौरान धर्मगुरुओं से सुझाव आमंत्रित किए बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने धर्मगुरुओं से अपील की कि सभी धर्म गुरु उनके समुदाय और उनसे जुड़े लोगों से अपील करें कि जो लोग डाउन का समय बचा है वह सभी उसमें प्रशासन का सहयोग करें जिलाधिकारी ने बैठक में धर्मगुरुओं से यह भी अपील की कि वह अपने सभी लोगों को सूचना दें कि कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार से मरकज में शामिल होने गया हो और वह वापस लौटा हो तो उसकी सूचना जिला प्रशासन को दें ताकि उसकी पूर्ण रूप से जांच कराकर उसे दवाई और अन्य सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके इस मौके पर शामली जनपद के सभी धर्मगुरुओं ने हिस्सा लिया।
मरकज निजामुद्दीन से जो खुलासा हुआ है उसमें मरकज में देश और विदेश से हजारों की तादात में लोग इकट्ठा हुए थे जो कि धीरे धीरे कर वहां से कुछ लोग निकल गए जबकि बाकी लोग वहीं पर मिले जिसके चलते प्रदेश सरकार ने सभी जिलों के आला अधिकारियों को सर्च ऑपरेशन चलाकर मरकज से आए लोगों को चिन्हित करने की बात कही थी जिसमें शामली जनपद मैं अभी तक जिला प्रशासन द्वारा 21 लोग चिन्हित किए गए हैं जो कि मरकज निजामुद्दीन से लौटे हैं लेकिन कुछ लोग अभी भी ऐसे हो सकते हैं जो कि मरकज निजामुद्दीन गए और लौट आए लेकिन वह न तो किसी के सामने आ रहे हैं और ना ही किसी को बता रहे हैं जिसको लेकर आज जिला प्रशासन ने धर्मगुरुओं के माध्यम से अपील भी की है कि ऐसे लोग सामने आए और बताएं अगर ऐसे कुछ लोग जो की मरकज निजामुद्दीन गए थे वह सामने आते हैं और मरकज निजामुद्दीन में शामिल होने की बात कहते हैं तो उनको प्रशासन मेडिकल चेकअप करा कर हर सुविधा उपलब्ध कराएगा लेकिन अगर ऐसे लोग सामने नहीं आते हैं तो वह लोग अपने समाज ही नहीं बल्कि पूरे मानव जाति के लिए खतरा साबित हो सकते हैं।
जिला अधिकारी शामली जसजीत कौर ने बताया कि आज जनपद शामली के कई धर्म गुरुओं को बुलाया गया था जिनकी मेरे द्वारा और कप्तान साहब शामली द्वारा मीटिंग ली गई । उनकी समस्याएं जानने की कोशिश की, उनसे फीडबैक लेने की कोशिश की कि जो लोग डाउन हमारा चल रहा है 24 तारीख से उसमें क्या रहा है उन लोगों से अपील की है कि वह अपने अपने समुदाय में और अपने इससे जुड़े हुए लोगो से आगे अपील करेंगे कि आगे जो लॉक डाउन में कुछ दिन हमारे बचे है उसमें सहयोग करेंगे। अपने घरों के अंदर रहेंगे बाहर बेवजह के नहीं घूमेंगे और यदि कोई ऐसा व्यक्ति है जो बाहर से आया है अन्य विदेश से आया है अन्य प्रदेशों से आया है या किसी तरह से मरकज निजामुद्दीन में गया है वहां अटेंड करा है तो वह अपनी सूचना जरूर दें ताकि हम लोग उस तक पहुंच सके उसे स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा सके उनकी मेडिकल जांच कराई जा सके।