दिग्विजय सिंह ने दिया किसानों का साथ, कहा – किसानो को बदनाम करने की BJP ने रची साजिश
दिल्ली में गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर किसानों की टैक्टर रैली के बेकाबू गई थी। जिसकी वजह से आईटीओ, लालकिला और नांगलोई समेत दिल्ली में कई जगहों पर हुई हिंसा को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने किसानों का साथ देते हुए इन हिंसक घटनाओं को भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रायोजित बताया है। मीडिया के सामने अपनी बात रखते हुए दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार को इन घटनाओं का जिम्मेदार बताया।
दिग्विजय सिंह ने कहा, किसानों ने 15 लोगों को पकड़कर दिल्ली पुलिस को दिया है। उनके पास सरकारी मुलाजिम होने का पहचान पत्र मिला है। यह आंदोलन को गलत रास्ते पर दिखाने का षड्यंत्र था।लाल किले पर खालसा पंथ का झंडा नहीं था, पहले तिरंगा झंडा था उसके नीचे किसान यूनियन और खालसा का झंडा था। देखिए, उनका पूरा वीडियो यहां …
उन्होंने कहा कि दिल्ली में किसानों के तीन धरना स्थल है। एक सिंघु बॉर्डर, दूसरा टिकरी बॉर्डर और तीसरा गाजीपुर बॉर्डर। सिंघु और टिकरी पर रैली चल रही थी और यहां कोई झगड़ा नहीं हुआ। लेकिन गाजीपुर से जो रूट किसानों के लिए तय हुआ था वो बदल दिया गया, जिसके बाद किसान परेशान हो गए हैं। यहीं पुलिस और किसानों के बीच झड़प हुई और पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के संबंध में अभी तक 22 प्राथमिकियां दर्ज की हैं। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि हिंसा में 300 से अधिक पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। वहीं इस दौरान एक किसान के मौत की खबर भी सामने आई है।