दिग्विजय ने निर्वाचन आयोग के निर्णय पर उठाया सवाल, कहा-पूरी निष्पक्षता दिखाए
भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों पर हो रहे उपचुनावों को प्रचार-प्रसार जोर-शोर से जारी है। राज्य के दोनों प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस के नेता एक-दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगा हैं। हालांकि, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह चुनाव प्रचार से दूर हैं, लेकिन सोशल मीडिया के माध्यम से वे भाजपा पर जमकर निशाना साध रहे हैं। अब उन्होंने निर्वाचन आयोग के उस निर्णय पर सवाल उठाया है, जिसमें कोरोना के चलते डाक मतपत्र से वोट डालने वालों की सूची उम्मीदवारों को उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा है कि उन्हें आयोग पर पूरा विश्वास है, लेकिन उसे पूरी निष्पक्षता भी दिखना चाहिए।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए कहा है कि -‘कोविड-19 के कारण पोस्टल बेलट (डाक मतपत्र) डालने वालों की सूची उम्मीदवारों को नहीं देने का निर्णय समझ से परे है।चुनाव आयोग को कहीं भी, किसी को भी, किसी प्रकार की शंका की गुंजाइश नहीं छोडऩा चाहिए। निष्पक्ष चुनाव आयोग ही हर लोकतंत्र की सफलता है।’
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही यानी सोमवार को पूर्व सीएम एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को एक पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि उपचुनावों के दौरान कई जगह पुलिस और अन्य सरकारी अधिकारी-कर्मचारी सत्तारूढ़ दल भाजपा मदद कर रहे हैं। उन्होंने मुख्य निर्वाचन आयुक्त से अनुरोध किया था कि वे निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव कराने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। अब दिग्विजय सिंह ने डाक मतपत्र को लेकर निर्वाचन आयोग के निर्णय पर सवाल खड़े किये हैं और निष्पक्षता से चुनाव कराने की मांग की है।