Delhi-NCR में सांस लेना हुआ मुश्किल, गाजियाबाद के इंदिरापुरम में AQI 350 पार
नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली में सर्दी का मौसम आने के साथ ही कोहरा बढ़ने की खबरों के बीच वायु प्रदूषण के डराने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं. राजधानी में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण सांस तक लेना मुश्किल हो रहा है. दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण (Air Pollution) की वजह से हवा लगातार सातवें दिन जहरीली बनी हुई है. इस दौरान पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में पराली जलाने (Stubble Burning) की घटनाएं बढ़ने के कारण वायु गुणवत्ता (Delhi Air Quality) ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंच गई है. मंगलवार सुबह दिल्ली के कुछ इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया है. इस दौरान सोनिया विहार में एक्यूआई 300 दर्ज किया गया, तो श्रीनिवासपुरी में 265 रहा. यही नहीं, दिल्ली के 27 निगरानी केंद्रों पर भी वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में दर्ज की गई. इसके अलावा उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के इंदिरापुरम में एक्यूआई 352, तो संजय नगर में 242 दर्ज किया गया है. इसके अलावा नोएडा के सेक्टर 116 में 250 और ग्रेटर नोएडा में भी एक्यूआई 240 दर्ज किया गया है.
वहीं, सोमवार को मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों ने अनुमान जताया था कि अगले दो से तीन दिनों तक दिल्ली की हवा की गुणवत्ता और खराब रह सकती है. IMD के वैज्ञानिक वीके सोनी के मुताबिक, आगामी 4 नवंबर तक दिल्ली का AQI यानी वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘खराब’ श्रेणी में रह सकता है. इसके बाद भी इसमें गिरावट जारी रहेगी. 5-6 नवंबर तक दिल्ली का AQI ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहने का अनुमान है. मौसम विभाग के मुताबिक, इस दौरान दिल्ली का न्यूनतम तापमान 13 से 15 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है.
यह होता है प्रदूषण का पैमाना
शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’, तो 401 और 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है.