Delhi-NCR में लगातार पांचवें दिन सांस लेना मुश्किल, गाजियाबाद में प्रदूषण से बिगड़े हालात

नई दिल्‍ली. दिल्‍ली और आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण (Delhi-NCR Air Pollution) लगातार पांच दिन से बढ़ रहा है. वहीं, पंजाब, हरियाणा, उत्‍तर प्रदेश और मध्‍य प्रदेश में पराली जलाने (Stubble Burning) की घटनाएं बढ़ने के कारण दिल्‍ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता (Air Quality) ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंच गई है. रविवार को सुबह दिल्‍ली के कुछ इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया है. इस दौरान आईटीआई जहांगीरपुर में एक्‍यूआई 343 दर्ज किया गया, तो बवाना में 307 रहा. यही नहीं, दिल्‍ली के 27 निगरानी केंद्रों पर भी वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में दर्ज की गई. इसके अलावा यूपी के गाजियाबाद के लोनी में एक्‍यूआई 372, तो संजय नगर में 341 और वसुंधरा में 311 दर्ज किया गया है. इसके अलावा नोएडा के सेक्‍टर 116 में 275 और ग्रेटर नोएडा में भी एक्‍यूआई 260 के करीब दर्ज किया गया है.

बता दें कि शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ”अच्छा”, 51 और 100 के बीच ”संतोषजनक”, 101 और 200 के बीच ”मध्यम”, 201 और 300 के बीच ”खराब”, 301 और 400 के बीच ”बहुत खराब”, तो 401 और 500 के बीच ”गंभीर” माना जाता है.

इस बीच ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) पर उप-समिति ने गुरुवार को दिल्ली और एनसीआर में आने वाले अन्य राज्यों के अधिकारियों को जीआरएपी के तहत ‘खराब’ से ‘मध्यम’ एक्यूआई श्रेणी के तहत सूचीबद्ध कदमों के अलावा ‘बहुत खराब’ श्रेणी के तहत उपायों को लागू करने का निर्देश दिया था. जीआरएपी दिल्ली और उसके आसपास के शहरों में प्रदूषण रोधी उपायों का एक समूह है, जो स्थिति की गंभीरता के अनुसार अक्टूबर के मध्य में तब लागू होता है, जब क्षेत्र में वायु प्रदूषण का स्तर बिगड़ना शुरू हो जाता है.

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