जब दिल्ली में सर्वकालिक स्तर पर पहुंचे थे डीजल के दाम, जानिए कब कितने बढ़े थे डीजल के दाम
देश की राजधानी दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 30 जुलाई वीरवार के दिन बढ़ते डीजल के दामों पर वैट घटा दिया है। जिसकी वजह से ₹8.36 पैसे तक डीजल के दामों में गिरावट आई है। इस बात का ऐलान खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किया। उन्होंने कहा कि बढ़ते डीजल के दामों को लेकर के मुझे कई कंप्लेंट आ रही थी। लोग कह रहे थे कि डीजल के दाम कम किए जाएं। जिसके बाद केजरीवाल सरकार ने डीजल के दाम कम किए हैं। हालांकि राजधानी दिल्ली में पिछले दिनों लगातार पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी की गई है।
26 जून के दिन डीजल के दाम हुए ₹80 पार
राजधानी दिल्ली में पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़ते जा रहे थे। दिल्ली में 26 जून के दिन लगातार तीसरे दिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की गई। हाल यह हो गए थे कि डीजल पेट्रोल से ज्यादा महंगा आने लगा था। केंद्र सरकार ने डीजल और पेट्रोल दोनों के दाम लगातार बढ़ा है लेकिन दिल्ली सरकार ने उस समय कोई फैसला नहीं लिया था। राजधानी दिल्ली में डीजल की कीमत 80.19 रुपए पहुंच गई थी।
20 दिन में 10.8 रुपए बढ़ा था डीजल
राजधानी दिल्ली में 20 दिनों में डीजल की कीमत 10.8 रुपए तक बढ़ा दी गई थी जिससे लोगों की जेबों पर बड़ा असर पड़ा था। बता दें कि 26 जून के बाद जो रेट राजधानी दिल्ली में डीजल पर लगाए गए थे वह कुछ इस प्रकार थे :
दिल्ली – 80.19
मुंबई – 78.51
चेन्नई – 77.44
कोलकाता – 75.34
राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें 2 साल में पहली बार ₹80 प्रति लीटर पर आई थी। वहीं डीजल के दाम अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर थे। इतनी ज्यादा दाम राजधानी दिल्ली में डीजल के नहीं थे। सितंबर 2018 में पेट्रोल ₹80 प्रति लीटर के पार गया था। वही इस बार पेट्रोल की कीमतों में 19 बार बढ़ोतरी की गई थी।
वही ऊपर दिए गए ग्राफ के जरिए आप देख सकते हैं कि राजधानी दिल्ली में डीजल इतना महंगा हो गया था कि मुंबई, चेन्नई, कोलकाता में भी इससे कम दामों में डीजल मिल रहा था। अमूमन इन जगहों पर डीजल के दाम दिल्ली से ज्यादा होते हैं लेकिन हालात यह हो गए थे कि दिल्ली में डीजल के दाम लगातार बढ़ते चले गए थे। हालांकि अब राजधानी दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देर से ही सही लेकिन फैसला लिया है और डीजल के दाम घटाए हैं।