डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय का इस्तीफा राजनितिक गलियारे में कही ख़ुशी कही गम
बक्सर| डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय के अपने पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद बक्सर जिले की राजननीतिक हवा एका एक गर्म हो गई है |जिला मुख्यालय के सडको से गाँव के चौपालों तक वस एक ही चर्चा है |पूर्व डीजीपी किस पार्टी के चुनाव चिन्ह पर बक्सर के किस विधानसभा की सीट से चुनाव लड़ेंगे |इस बाबत जदयू के नेता पाण्डेय के इस्तीफे और चुनाव लड़ने की बातो को सही समय पर उठया गया सही कदम बता रहे है |वही स्थानीय भाजपा नेताओं के अन्दर पाण्डेय के इस्तीफे ने एक टीस पैदा कर दी है|भाजपा के वैसे नेता जो कल की तारीख तक अपने को भाजपा का सम्भावित उम्मीदवार मान कर क्षेत्र का सघन दौरा कर रह थे |इनमे वर्तमान संसद आश्विनी चौबे के अति करीबी परशुराम चतुर्वेदी व 2015 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रहे प्रदीप दुबे का नाम प्रमुख है |ये दोनों नेता बक्सर विधानसभा सीट पर अपने दावेदारी को लेकर नागपुर और दिल्ली आला कमान से ग्रीन सिग्नल मिलने की बात कह पुर जोर तैयारी में जुटे है पर अचानक गुप्तेश्वर पाण्डेय के इस्तीफे ने और जदय के नेताओं के बक्सर सीट को लेकर कड़े तेवर ने इन्हें गमगीन कर दिया है |
जदयू जिलाध्यक्ष विध्याचल चौधरी का कहना है कि आज के दौर में कर्मठ और इमानदार छवि वाले लोगो की जरूरत है और ये सभी बाते पूर्व डीजीपी पाण्डेय में है |अतः उनका इस्तीफा और चुनाव लड़ने की सम्भावना एक स्वागतयोग्य कदम है |वही भाजपा नेता इंदु शेख तिवारी ,श्यामनरायण पाठक पूर्व भाजपा जिला उपाध्यक्ष सुखदेव राय ने कहा की भाजपा -जदयू गठबंधन मजबूत है |प्रत्यासी गठबंधन के तहत किसी भी दल का हो मकसद जीत हासिल कर जनसेवा करना है |
गुप्तेश्वर पाण्डेय के इस्तीफे और चुनाव लड़ने की बात आज जनपद के अन्दर मुख्य चर्चा में शामिल है |लोग उनके इस्तीफे और राजनीति में आने के कयास को सही बता रहे है |