मुंबई में डेंगू का कहर, अगस्त में मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी
मुंबई. मुंबई (Mumbai) में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) के साथ ही अब डेंगू (Dengue) का भी कहर बरप रहा है. अगस्त में मुंबई में डेंगू (Mumbai Dengue) के कारण बड़ी संख्या में अस्पतालों में मरीज भर्ती हुए हैं. अगस्त में जुलाई की तुलना में डेंगू के मरीजों में बढ़ोतरी हुई है. बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) के अनुसार अगस्त में डेंगू के कारण अस्पतालों में 132 से अधिक लोग भर्ती हुए हैं. जुलाई में यह संख्या सिर्फ 28 थी. वहीं अफसरों का कहना है कि यह संख्या पहले से कहीं अधिक बढ़ सकती है क्योंकि निजी अस्पतालों के मरीजों की संख्या पूरी तरह नहीं पता चल पाई है.
जानकारी के अनुसार बीएमसी का कहना है कि ज्यादातर मामले एफ साउथ (परेल, सेवरी, नाइगाम), बी (डोंगरी, उमरखडी) और एच वेस्ट (बांद्रा, खार और सांताक्रूज) में पाए गए हैं. हालांकि डेंगू से अब तक कोई मौत नहीं हुई है.
कीटनाशक विभाग ने कहा है कि 13,15,373 घरों का निरीक्षण किया गया और 11,492 डेंगू के ब्रीडिंग स्पॉट को नष्ट कर दिया गया है. बीएमसी के कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मंगला गोमारे ने कहा कि अगस्त और सितंबर के महीनों के दौरान बढ़ोतरी सामान्य थी. उनके अनुसार बुखार, सिरदर्द, चकत्ते, मांसपेशियों में दर्द और जोड़ों में दर्द जैसे लक्षण दिखने पर डॉक्टर को दिखाना चाहिए.
डॉक्टरों ने आगाह किया है कि डेंगू टेस्ट महत्वपूर्ण है. एक डॉक्टर ने कहा कि डेंगू के लिए एनएस1 एंटीजन टेस्ट लक्षणों की शुरुआत के लगभग 24 घंटे बाद सकारात्मक आता है. जनवरी-अगस्त के बीच मलेरिया के 3,338 मामले, 133 लेप्टोस्पायरोसिस, 209 डेंगू, 1,848 गैस्ट्रोएंटेराइटिस, 165 हेपेटाइटिस और 45 एच1एन1 मामले सामने आए हैं.
मुंबई महानगरीय क्षेत्र (MMR) और पुणे महानगरीय क्षेत्र (PMR) में युद्धस्तर पर बचाव के उपाय शुरू किए गए हैं. सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग पश्चिमी महाराष्ट्र के जिलों कोल्हापुर, सांगली, सतारा, रायगढ़, रत्नागिरी के कोंकण जिलों पर भी ध्यान दिया जा रहा है. ये इलाके बाढ़ से प्रभावित हैं. लॉकडाउन से संबंधित प्रतिबंधों में ढील के कारण इस वर्ष मानसून से संबंधित बीमारियों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिसके परिणामस्वरूप दूसरी लहर के दौरान कोविड-19 मामले कम होने के बाद लोगों की मुक्त आवाजाही हुई है.