डेंगू का कहर: एक सप्ताह में 700 संदिग्ध PGI रोहतक पहुंचे, रोजाना जांच के लिए आ रहे 150 लोग
रोहतक. हरियाणा (Haryana) में पिछले 2 सप्ताह से रोहतक पीजीआई (Rohtak PGI) में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. दो सप्ताह पहले हर रोज 50 के आसपास संदिग्ध मरीज आ रहे थे, अब इनकी संख्या बढ़कर 150 से ज्यादा हो गई. इसको लेकर पीजीआई मेडिकल संस्थान सतर्क हो गया है और इसको लेकर अलग से फीवर वार्ड बना दिया गया है.
हालांकि, अभी तक डेंगू (Dengue in Haryana) के चलते किसी की मौत नहीं हुई है, लेकिन डॉक्टर्स का कहना है कि सावधानी बरतें, फिलहाल हालात नियंत्रण में है और लोगों को इससे घबराने की जरूरत नहीं है. पीजीआईएमएस रोहतक प्रदेश का सबसे बड़ा मेडिकल संस्थान है. यहां पर ज्यादातर गंभीर मरीजों का इलाज किया जाता है. आमतौर पर बरसात के बाद हर साल इन दिनों डेंगू के मरीज इलाज के लिए आते हैं, जिसको लेकर यहां टेस्ट और दवाइयों के प्रबंध पहले से ही कर लिए जाते हैं.
रोजाना आ रहे हैं संदिग्ध
पीजीआई के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. ईश्वर सिंह ने बताया कि अभी अचानक से संदिग्ध मरीजों की संख्या बढ़नी शुरू हो गई है. पिछले एक सप्ताह में तकरीबन 700 संदिग्ध मरीज इलाज के लिए आए थे, लेकिन अब इनका आंकड़ा बढ़कर हर रोज 150 से ज्यादा हो गया है. मेडिकल में इलाज के लिए टेस्ट की भी सुविधा है और दवाइयां भी मौजूद हैं. इसके अलावा किसी मरीज को प्लेटलेट्स की जरूरत है तो वह भी ब्लड बैंक से आसानी से मिल जाता है. बीमारी के इलाज की सभी सुविधाएं मौजूद हैं. बस लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. इस बीमारी में गंभीर मरीजों को प्राथमिकता के आधार पर इलाज चाहिए होता है, लेकिन कई बार सामान्य लक्षणों के मरीज ज्यादा आ जाते हैं, जिसके कारण जरूरतमंद मरीजों को दिक्कतें उठानी पड़ जाती हैं. लोगों को घबराने की नहीं, बल्कि जागरूक होने की जरूरत है. मेडिकल में इलाज कराने आए परिजनों का कहना है कि डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. मेडिकल में तो ईलाज मिल रहा है लेकिन शहर में सफाई व्यवस्था ना होने के कारण बीमारी भी लगातार फैलती जा रही है. नगर निगम को शहर में फॉगिंग करानी चाहिए.
मरीजों की सुविधाओं के बारे में नर्सिंग सिस्टर कमलेश दलाल ने बताया कि डेंगू मरीजों के लिए अलग से बेड की व्यवस्था की गई है. पिछले 2 सप्ताह से केस लगातार बढ़ रहे हैं, इसलिए गंभीर मरीजों के लिए आईसीयू वार्ड भी स्थापित किया गया है. फिलहाल तक डेंगू के चलते किसी भी मरीज की जान नहीं गई है. लोगों को एहतियात बरतनी चाहिए और अपने आसपास सफाई रखनी चाहिए, ताकि मच्छर ना पनपने पाएं.