मंदसौर में डेंगू का खतरा, मरीजों की संख्या 125 पार, ये है वजह
मंदसौर. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh News) के मंदसौर जिले में डेंगू पैर पसारता जा रहा है. डेंगू के मरीजों की संख्या 125 पार कर चुकी है. इन मरीजों की सबसे ज्यादा संख्या सीतामऊ कस्बे में है. प्रशासन के लाख दावे हैं कि डेंगू से निपटने के लिए प्रशासन सारे प्रयास कर रहा है, लेकिन मरीज घटने की बजाय लगातार बढ़ रहे हैं. लगातार फैल रहे डेंगू के बीच मंदसौर अभी कोरोना वायरस से ही पूरी तरह नहीं उबरा है.
गौरतलब है कि प्रशासन के सफाई के दावो के बीच सीतामऊ में चारों तरफ गंदगी पसरी है. इसके कारण यहां डेंगू रोग ने जड़ें जमा ली हैं. यहां के हर घर में मरीज देखने को मिल रहे हैं. कई लोग प्राइवेट अस्पताल में इलाज करा रहे हैं, तो कई लोगों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है.डेंगू फैलने के बाद अब यहां नगर परिषद द्वारा साफ-सफाई और फॉगिंग की जा रही है. नागरिकों का आरोप है कि प्रशासन अगर समय पर जाग जाता तो डेंगू फैलता ही नहीं. नगर परिषद ने यहां साफ-सफाई की कोई व्यवस्था ही नहीं की.
उधर, मंदसौर कलेक्टर मनोज पुष्प का कहना है कि डेंगू की स्थिति कंट्रोल में है. सभी अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए है कि जहां भी पानी का जमाव है वहां साफ-सफाई करें. फॉगीग करवाएं. दवाई का छिड़काव करवाएं. जहां भी संदिग्ध मरीज दिखें उनका तुरंत उपचार भी कराएं.
डॉक्टर्स के लिए चुनौती है डेंगू
देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण का दौर खत्म नहीं हुआ है, ऐसे में मानसून की दस्तक और साथ में डेंगू का खतरा भी डॉक्टर्स के सामने अलग चुनौती पेश कर रहा है. डेंगू के साथ ही कोविड-19 (Covid-19) सह-संक्रमण को लेकर चिंता लगातार बनी हुई है. दोनों बीमारियों के लक्षण लगभग एक जैसे होने के चलते भी मरीज के इलाज में मुश्किलें आ रही हैं. जानकार इस दौरान बच्चों और बुजुर्गों का खास ख्याल रखे जाने की सलाह देते हैं.नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फर्मेशन के हवाले से बताया गया, ‘डेंगू और कोरोना वायरस की बीमारी (कोविड-19) में एक ही तरह के लक्षण और लैब में हुई प्राप्तियां, डेंगू से जूझ रहे एशिया के कुछ देशों में नैदानिक स्तर पर चुनौती पेश कर रहे हैं.’ इस स्टडी में बाली, इंडोनेशिया में कोविड-19 और डेंगू के साथ एक संक्रमण के तीन संदिग्ध मामले शामिल किए गए थे, जिनमें से एक मरीज में दोनों संक्रमणों की पुष्टि हुई थी.