उत्तराखंड में डेंगू की बाढ़, देहरादून नियंत्रण से बाहर हुआ
उत्तराखंड(Uttarakhand) में भारी मानसून की वजह से डेंगू जैसी बीमारियां भी फ़ैल रही हैं। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून(Dehradun) में डेंगू के मरीजों की संख्या 800 पार कर चुकी है। वहीँ राजधानी के 1700 घरों में डेंगू के लार्वा पनपते मिले हैं। राज्य में स्वास्थ्य विभाग (Health Department) डेंगू की रोकथाम के लिए निरंतर प्रयासरत है और घर-घर जाकर डेंगू(Dengue) की जांच कर रही है।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम घर घर जाकर सर्वे कर रही है। ये टीम राजधानी के 50 हजार घरों में सर्वे कर चुकी है। इस दौरान 2 लाख से अधिक लोगों को कवर किया जा चुका है। इनमे से 4,265 लोग बुखार से पीड़ित मिले। वहीँ राजधानी के 1700 घरों में डेंगू के लार्वा मिले हैं। आपको बता दें कि देहरादून में डेंगू मरीजों की संख्या 801 पहुँच चुकी है। सीएमओ डॉ. एसके. गुप्ता(CMO Dr. SK Gupta) ने जानकारी दी कि बीते शनिवार जांच के बाद 14 और मरीजों को डेंगू से पीड़ित पाया गया था। सीएमओ गुप्ता ने कहा कि जिला मलेरिया (Malaria) अधिकारी सुभाष जोशी के नेतृत्व में शहर भर में 21 टीमें सक्रिय हैं। ये टीमें लोगों को जागरूक (Awareness) करने का काम कर रही हैं। इसके साथ ही जिस घर में भी डेंगू के लार्वा मिल रहे हैं, उन्हें नगर निगम के कर्मचारियों के साथ मिलकर नष्ट किया जा रहा है। सर्वे में डेंगू के मरीज होने की पुष्टि पर उन्हें दवाई और चिकित्सा मुहैय्या कराई जा रही है। शहर भर में लगातार लार्वा को नष्ट करने के लिए दवाओं के छिड़काव भी किए जा रहे हैं।
आपको बता दें कि देहरादून नगर निगम (DMC) अभी तक राजधानी में हालत नियंत्रण में बता रही है। देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा,“डेंगू वायरस को लेकर जनता में भय की भावना है, लेकिन हम सभी को आश्वस्त करना चाहते हैं कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। DMC में 108 फॉगिंग मशीनें हैं और प्रत्येक वार्ड को एक मशीन आवंटित की गई है। कुछ सरल उपायों का पालन करके डेंगू वायरस को नियंत्रित किया जा सकता है।” गौरतलब है कि हल्द्वानी में इस साल डेंगू के 585 मरीज और डेंगू से मौत का एक मामला दर्ज हुआ है।